भारतीय रिजर्व बैंक के जुलाई 2022 के बुलेटिन में कहा है कि भारत में कीमतों में वृद्धि का दौर अब खत्म हो गया है और अब महंगाई का बुरा दौर संभवतः पीछे छूट गया है। अर्थव्यवस्था दशा पर जुलाई बुलेटिन में रिजर्व बैंक के स्टाफ ने लिखा है, ‘जून में लगातार दूसरे महीने उपभोक्ता मूल्य […]
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इस साल डॉलर के मुकाबले रुपये में करीब 7 फीसदी की गिरावट आ चुकी है। मगर विशेषज्ञ मान रहे हैं कि अगले कुछ महीनों में स्थानीय मुद्रा में और गिरावट आने की आशंका कम है क्योंकि अमेरिकी फेडरल रिजर्व 2022 की दूसरी छमाही में मौद्रिक नीति में सख्ती की रफ्तार कुछ कम कर सकता है। […]
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अमेरिका में खुदरा मूल्य पर आधारित महंगाई दर 20 साल के उच्च स्तर पर है, जिसे देखते हुए फेडरल रिजर्व द्वारा नीतिगत दरों में और बढ़ोतरी किए जाने की संभावना है। इसकी वजह से वैश्विक मंदी की आशंका और बढ़ेगी और भारत में थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित महंगाई दर में कमी आने की संभावना […]
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केंद्र सरकार जल्द ही विदेश व्यापार नीति (एफटीपी) में संशोधन करने जा रही है। इसका मकसद निर्यातकों को रुपये में निर्यात लाभ का दावा करने में सक्षम बनाना है, जो अब तक विदेशी मुद्रा में मिलने वाले निर्यात भुगतान के लिए ही उपलब्ध था। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा हाल ही में अंतरराष्ट्रीय व्यापार लेन-देन […]
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खुदरा मूल्य सूचकांक पर आधारित मुद्रास्फीति जून में भले ही मामूली गिरावट के साथ 7.01 फीसदी रही। लेकिन देश के अधिकतर राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में महंगाई की दर ऊंची रही है। देश के 38 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में से करीब 22 में मई के मुकाबले जून में खुदरा मुद्रास्फीति बढ़ गई है। सिक्किम […]
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कच्चे तेल, सोने व कोयले का आयात बढ़ने से जून में भारत का व्यापार घाटा 26.18 अरब डॉलर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय की ओर से आज जारी आंकड़ों के मुताबिक जून महीने में निर्यात पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 23.52 प्रतिशत बढ़कर 40.13 अरब डॉलर […]
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थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) पर आधारित महंगाई दर मई के चार दशक के उच्च स्तर की तुलना में जून में थोड़ी कम हुई है। लेकिन अभी भी यह 15.18 प्रतिशत के उच्च स्तर पर बनी हुई है। थोक महंगाई में तेजी मुख्य रूप से अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत, खाद्य वस्तुओं, खनिज तेल […]
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वित्त मंत्रालय के आर्थिक प्रकोष्ठ ने जून की मासिक आर्थिक रिपोर्ट में संभावना जताई है कि विश्व भर में मंदी के दबाव के कारण वैश्विक कीमतों में कमी आएगी और उससे भारतीय अर्थव्यवस्था में मुद्रास्फीति का दबाव भी कम हो सकता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि ज्यादातर स्थानीय संकेतक वैश्विक वृहद आर्थिक उथल-पुथल […]
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मंदी के डर और बढ़ती ब्याज दरों को देखते हुए नोमुरा ने 2023 के लिए भारत की वृद्धि दर का अनुमान घटाकर सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 4.7 प्रतिशत कर दिया है। एजेंसी ने पहले वृद्धि दर 5.4 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया था। नोमुरा में भारत और एशिया की प्रमुख अर्थशास्त्री सोनल वर्मा ने […]
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देश का औद्योगिक उत्पादन मई में खासा बढ़ा है। औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) मई में 19.6 फीसदी बढ़कर 12 महीने के उच्च स्तर पर पहुंच गया, जो अप्रैल में 6.7 फीसदी (संशोधित) बढ़ा था। इस बीच उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति जून में मामूली घटकर 7.01 फीसदी रही। यह लगातार छठा महीना है जब खुदरा […]
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