मूडी इकनॉमिक डॉट कॉम ने कहा है कि अगले सप्ताह भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ब्याज दरों में कटौती कर सकता है।
दरअसल अर्थव्यवस्था को मजबूती देने और सरकार के राजस्व घाटे को पाटने के लिए ये कदम उठाए जा सकते हैं।
मौजूदा वर्ष में बजटीय राजस्व घाटा 6 फीसदी रहा है और 2009-10 में 5.5 फीसदी रहने का अनुमान है, इसलिए सरकार भी चाहती है कि ब्याज दरों में कटौती हो, ताकि हालात बिगड़ने से रोका जा सके।