भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति (MPC) छह सदस्यों वाली समिति है। यह समिति देश की ब्याज दरों को तय करने में अहम भूमिका निभाती है। इस समिति द्वारा तय की जाने वाली मुख्य ब्याज दर को रेपो रेट कहा जाता है। रेपो रेट सीधे बैंकों की लोन लेने की लागत को प्रभावित करती है, जिसका असर आगे चलकर बिजनेस और पर्सनल लोन की ब्याज दरों पर भी पड़ता है। कुल मिलाकर, यह समिति देश के आर्थिक लैंडस्केप को काफी हद तक प्रभावित करती है।
RBI MPC: यह क्या करती है?
इस मौद्रिक नीति समिति (MPC) को साल में कम से कम चार बार मीटिंग करनी होती है। इन मीटिंगों में देश की मौजूदा आर्थिक स्थिति का आंकलन किया जाता है, खासकर महंगाई (मुद्रास्फीति) और आर्थिक विकास के आंकड़ों पर गौर किया जाता है। इस विश्लेषण के आधार पर, समिति यह फैसला करती है कि:
MPC के फैसलों का महत्व
भारतीय रिज़र्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (MPC) के फैसलों का भारतीय अर्थव्यवस्था पर व्यापक प्रभाव पड़ता है:
RBI मौद्रिक नीति जून 2024 की मीटिंग: किस तारीख को कितने बजे होगी?
भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति (MPC) की जून 2024 की बैठक 5 जून से 7 जून 2024 तक हो रही है। निर्णयों की आधिकारिक घोषणा सहित परिणाम अंतिम दिन, 7 जून को घोषित किए जाएंगे।
यह तीन दिवसीय बैठक महत्वपूर्ण है क्योंकि इसका समापन नीतिगत घोषणाओं के साथ होगा जो पूरे देश में बिजनेस और लोन लेने वालों को प्रभावित करेगा। ये साल की दूसरी ब्याज दरों पर बैठक है, इसलिए इस फैसले का आने वाले समय में ब्याज दरों और आर्थिक नीतियों पर काफी असर होगा।
रिज़र्व बैंक की जून 2024 की बैठक: क्या उम्मीद करें?
अर्थशास्त्रियों का आम अनुमान है कि रिज़र्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (MPC) ब्याज दरों को 6.5 प्रतिशत पर ही बनाए रखेगी। ऐसा इसलिए किया जा सकता है ताकि महंगाई को काबू में रखा जा सके और साथ ही अर्थव्यवस्था की गति भी बनी रहे।
इसके अलावा, रिज़र्व बैंक भविष्य में ब्याज दरों में बदलाव का संकेत देने वाली accommodation withdrawal पर लिए जाने वाले फैसले पर भी सबकी नज़र होगी। कर्ज लेने वालों और कारोबारियों को इस घोषणा का बेसब्री से इंतज़ार है, क्योंकि इसका सीधा असर लोन की लागत और निवेश गतिविधियों पर पड़ता है।
रिज़र्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) के सदस्य कौन हैं?
MPC समिति की अध्यक्षता RBI गवर्नर करते हैं और इसमें तीन बाहरी सदस्य और RBI के अधिकारी शामिल होते हैं: