RBI MPC Meet: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने सुस्त अर्थव्यवस्था को सपोर्ट देने के लिए मई 2020 के बाद पहली बार शुक्रवार (7 फरवरी) को अपनी प्रमुख रेपो दर में कटौती का ऐलान कर दिया।
भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने FY24-25 के लिए अपनी पांचवीं द्विमासिक बैठक में अगले वित्त वर्ष 2025-26 के लिए जीडीपी ग्रोथ रेट (GDP Growth Rate) के 6.7 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है। आरबीआई ने कहा कि वित्त वर्ष 2024-25 में जीडीपी ग्रोथ रेट के 6.4 फीसदी पर रहने के अनुमान है। पिछले वित्त वर्ष में 8.2 प्रतिशत की मजबूत वृद्धि के बाद चली वित्त वर्ष में अर्थव्यवस्था में नरम विस्तार हो सकता है। केंद्रीय बैंक के अनुसार, आगे चलकर आने वाले साल में आर्थिक गतिविधियों में और सुधार की संभावना है।
आरबीआई ने कहा कि वित्त वर्ष 2024-25 में रिटेल महंगाई दर के 4.8 प्रतिशत पर रहने का अनुमान है। जबकि अगले वित्त वर्ष 2025-26 में यह 4.2 प्रतिशत पर रह सकती है।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने शुक्रवार को आर्थिक वृद्धि को गति देने के मकसद से प्रमुख नीतिगत दर रेपो को 0.25 प्रतिशत घटाकर 6.25 प्रतिशत कर दिया। केंद्रीय बैंक ने लगभग पांच साल बाद रेपो दर में कटौती की है। इससे पहले मई, 2020 में कोविड-19 महामारी के समय रेपो दर को 0.40 प्रतिशत घटाकर चार प्रतिशत किया गया था।