अमेरिका, यूरोप और संयुक्त अरब अमीरात से तेज मांग के कारण भारत से इंजीनियरिंग के सामान का निर्यात जुलाई में अब तक के सर्वोच्च सस्तर 9.14 अरब डॉलर पर पहुंच गया, जो देश के कुल वाणिज्यिक निर्यात का एक चौथाई है। इंजीनियरिंग एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (ईईपीसी) ने आज कहा कि इंजीनियरिंग के सामान का निर्यात जून, 2021 के 8.8 अरब डॉलर के पुराने रिकॉर्ड को पार कर गया।
भारत के इंजीनियरिंग सामान के आयात के मामले में अमेरिका शीर्ष पर बना रहा, जहां हुए निर्यात में इस महीने में 27.23 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जबकि पिछले साल के समान महीने में 1,27.2 करोड़ डॉलर का निर्यात हुआ था। संयुक्त अरब अमीरात भारत के निर्यात क दूसरा बड़ा केंद्र है, जहां जुलाई में निर्यात बढ़ा है। ईईपीसी इंडिया के विश्लेषणों से पता चलता है कि जुलाई, 2020 में 26.929 करोड़ डॉलर निर्यात की तुलना में यह दोगुना बढ़कर 51.8 करोड़ डॉलर हो गया है।
पहले के महीने की ही तरह चीन को निर्यात घटा है और वह तीसरे स्थान पर है। पिछले साल के समान महीने की तुलना में निर्यात 13 प्रतिशत कम होकर 53.2 करोड़ डॉलर हो गया है। चीन को भेजे जाने वाले लौह अयस्क व स्टील के निर्यात में इस साल जुलाई में 55.38 प्रतिशत कमी आई है।
जुलाई, 2021 में वाणिज्यिक वस्तुओं का निर्यात मासिक आधार पर अब तक के सर्वोच्च स्तर पर पहुंकर 35.43 अरब डॉलर हो गया है, जिसने पिछले साल मार्च 2021 के 34.5 अरब डॉलर के उत्त स्तर पर मार्च 2021 में ही पहुंच गया था।
प्रमुख 25 देशों में से 20 की हिस्सेदारी भारत के कुल इंजीनियरिंग निर्यात में 77 प्रतिशत है, जिसमें जुलाई 2020 की तुलना में जुलाई 2021 में निर्यात में वृद्धि हुई है। ईईपीसी इंडिया ने कहा कि यह हिस्सेदारी इस बात का संकेत है कि भारत के इंजीनियरिंग का निर्यात परंपरागत बाजारों पर निर्भर है।
ईईपीसी इंडिया के चेयरमैन महेश देसाई ने कहा, ‘इंजीनियरिंग के सामान का रिकॉर्ड उच्च स्तर का निर्यात देश के कुल वाणिज्यिक निर्यात और वैश्विक धारणा के अनुरूप है। निर्यात में तेजी है, लेकिन संभावित जोखिम और अनिश्चितताओं की उपेक्षा नहीं की जा सकती। विकासशील एशिया की कुछ बड़ी अर्थव्यवस्थाएं महामारी से प्रभावित हुई हैं।’
इंजीनियरिंग के सामान के 33 समूह में से 28 में जुलार्ई में वृद्धि दर्ज की गई है, जबकि 5 में गिरावट आई है। जिंक और उत्पादों में पिछले साल की समान अवधि से 2.8 प्रतिशत की गिरावट, इलेक्ट्रिकल मशीनरी और उपकरण में 8 प्रतिशत, शिप, बोट और फ्लोटिंग बॉडीज में 20.8 प्रतिशत की गिरावट आई है। जुलाई में एयक्राफ्ट और स्पेसक्राफ्ट के निर्यात में 18.4 प्रतिशत की मासिक गिरावट आई है।