कृषि श्रमिकों और ग्रामीण मजदूरों के लिए खुदरा मुद्रास्फीति सितंबर में बढ़कर क्रमशः 6.36 प्रतिशत और 6.39 प्रतिशत हो गई। यह आंकड़ा इस साल अगस्त में क्रमश: 5.96 प्रतिशत और 6.08 प्रतिशत था।
श्रम मंत्रालय ने बयान में मंगलवार को कहा कि कृषि मजदूरों (सीपीआई-एएल) और ग्रामीण मजदूरों (सीपीआई-आरएल) के लिए अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक में सितंबर, 2024 में 7-7 अंक की वृद्धि दर्ज की गई। ये दोनों सूचकांक क्रमशः 1,304 और 1,316 अंक के स्तर पर पहुंच गये।
इससे पहले अगस्त, 2023 में सीपीआई-एएल और सीपीआई-आरएल 1,297 अंक और 1,309 अंक पर थे।
बयान में कहा गया, ‘‘सितंबर 2024 के लिए सीपीआई-एएल और सीपीआई-आरएल पर आधारित सालाना मुद्रास्फीति दर 6.36 प्रतिशत और 6.39 प्रतिशत रही। यह आंकड़ा सितंबर, 2023 में 6.70 प्रतिशत और 6.55 प्रतिशत था।’’