मंदी का असर अब सरकारी खजाने पर भी दिखने लग है। अप्रत्यक्ष कर संग्रह में 75 फीसदी से ज्यादा का योगदान करने वाले उत्पाद और सीमा शुल्क वसूली में नवंबर माह में करीब 8.3 फीसदी की गिरावट आई है।
उत्पाद शुल्क में करीब 15 फीसदी, जबकि सीमा शुल्क संग्रह करीब 1 फीसदी की गिरावट आई है। उत्पाद शुल्क संग्र्रह में लगातार तीसरे माह में गिरावट दर्ज की गई है।
इस साल नवंबर तक उत्पाद शुल्क संग्रह में करीब 1.5 फीसदी की कमी आई है। यही नहीं, कंपनियों को हो रहे घाटे की वजह से प्रत्यक्ष कर संग्रह में भी नवंबर माह में करीब 36 फीसदी की गिरावट आई है।
मांग बढ़ाने के लिए दिसंबर में सरकार की ओर से उत्पाद शुल्क में की गई 4 फीसदी की कटौती की घोषणा से सरकारी खजाने पर भार बढ़ेगा। सरकार की ओर अप्रैल माह में घोषित उत्पाद, सीमा और सेवा शुल्क में छूट से चालू वित्त वर्ष में कर राजस्व में करीब 40,000 करोड़ रुपये के नुकसान का अनुमान है।
अप्रत्यक्ष कर संग्रह के तय लक्ष्य (3,20,000 करोड़ रुपये) को पाना मुश्किल हो सकता है। नवंबर 2008 में उत्पाद शुल्क संग्रह घटकर 8,556 करोड़ रुपया रह गया, जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 10,065 करोड़ रुपये इस मद में आया था।
सीमा शुल्क संग्रह घटकर 8,931 करोड़ रुपये रह गया, जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इस मद में सरकारी खजाने में 9,005 करोड़ रुपये जमा हुए थे।
क्षेत्र नवंबर नवंबर गिरावट
2007 2008 (फीसदी में)
सीमा शुल्क 9,005 8,931 -0.8
उत्पाद शुल्क 10,065 8,556 -15
अप्रत्यक्ष कर 19,070 17,487 -8.3
प्रत्यक्ष कर 16,189 10,346 -36
कुल कर 35,259 27,833 -21
(आंकड़े करोड़ रुपये में) (सेवा कर शामिल नहीं)