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यातायात, उत्सर्जन के आंकड़े सर्वोच्च स्तरों से नीचे आए

Last Updated- December 12, 2022 | 6:31 AM IST

कोविड-19 मामले बढऩे से 28 मार्च को समाप्त सप्ताह में अहम साप्ताहिक आर्थिक संकेतक इस साल के सर्वोच्च स्तरों से फिसल गए हैं। मुंबई और नई दिल्ली में यातायात 2021 के शुरुआती समय में सामान्य स्तर के 80 से 90 फीसदी पर पहुंच गया था। वैश्विक भौगोलिक स्थिति तकनीक कंपनी टॉमटॉम इंटरनैशनल के आंकड़ों से पता चलता है कि अब दिल्ली में यातायात सामान्य से 22 फीसदी कम है। मुंबई में यातायात सामान्य से 46 फीसदी कम है। मुंबई और दिल्ली में उत्सर्जन 2019 के स्तरों से नीचे बना हुआ है। बिज़नेस स्टैंडर्ड हवा में नाइट्रोजन ऑक्साइड के स्तर पर नजर रखता है, जो औद्योगिक गतिविधि और वाहनों से उत्सर्जित होती है। दोनों शहरों में उत्सर्जन इस साल की ऊंचाई से नीचे आ गया है।
गूगल के आंकड़ों से पता चलता है कि लोग कोविड से पहले के समय के मुकाबले घरों में ज्यादा समय बिता रहे हैं। गूगल के आंकड़े थोड़ी देरी से आते हैं और ये 23 मार्च तक के हैं। सर्च इंजन गूगल यह समझने के लिए लोकेशन डेटा का इस्तेमाल करता है कि लोग इस महामारी के दौरान किस तरह आवाजाही कर रहे हैं। इन आंकड़ों से पता चलता है कि आवासीय जगहों पर बिताए जाने वाले समय में नौ फीसदी इजाफा हुआ है। कार्यस्थलों पर जाने में 15 फीसदी कमी आई है।
बिजली उत्पादन में बढ़त जारी है। ताजा सप्ताह में बिजली उत्पादन में वृद्धि 2019 के मुकाबले 10 फीसदी दर्ज की गई है। यह पिछले सप्ताह के स्तरों के समान है। 28 मार्च को समाप्त सप्ताह 2020 में लॉकडाउन की शुरुआत को भी बताता है। उस समय इस अवधि में बिजली उत्पादन में अहम गिरावट आई थी क्योंकि कार्यालय और कारखाने बंद हो गए थे।  पिछले साल का आधार प्रभाव रेलवे के ताजा सप्ताह के सालाना वृद्धि आंकड़ों में भी दिखता है। अगर रेलवे की माल ढुलाई की 2020 से तुलना करते हैं तो इसमें सालाना आधार पर 70 फीसदी से अधिक बढ़ोतरी दर्ज की गई है। माल ढुलाई से आमदनी में भी इतनी ही वृद्धि नजर आती है। बिज़नेस स्टडैंर्ड इन साप्ताहिक आंकड़ों पर नजर इसलिए रखता है ताकि अर्थव्यवस्था की प्रगति की ताजा स्थिति का पता लगाया जा सके। वैश्विक स्तर पर भी विश्लेषक जमीनी हकीकत की थाह लेने के लिए ऐसे संकेतकों पर नजर रख रहे हैं। आम तौर सरकारें वृहद आर्थिक आंकड़े मासिक या तिमाही आधार पर जारी करती हैं। वे कुछ देरी से उपलब्ध होते हैं। थोड़े-थोड़े समय के बाद जारी होने वाले संकेतकों से यह समझने में मदद मिलती है कि आधिकारिक आंकड़े  जारी होने से पहले अर्थव्यवस्था किस दिशा में जा रही है। मौजूदा रुझान गतिविधियों में नरमी का संकेत दे सकते हैं क्योंकि कुल मामले कई महीनों के सर्वोच्च स्तर पर पहुंच गए हैं और सरकारों ने लोगों की आवाजाही पर प्रतिबंध लगाने शुरू कर दिए हैं।

डीजीसीए की समयसारिणी जारी
विमानन नियामक डीजीसीए ने मंगलवार को कहा कि उसने ग्रीष्मकालीन समयसारिणी के लिए 108 हवाई अड्डों से प्रति सप्ताह 18,843 उड़ानों को मंजूरी दी है। ग्रीष्मकालीन समयसारिणी मार्च के अंतिम रविवार से शुरू होती है और अक्टूबर के अंतिम रविवार तक चलती है। इस साल की ग्रीष्मकालीन समयसारिणी के लिए उड़ानों की संख्या को मंजूरी देते समय इस बात को ध्यान में रखा गया है कि विमानन कंपनियों को कोविड-पूर्व के मुकाबले 80 प्रतिशत से अधिक उड़ानों के संचालन की अनुमति नहीं है। नागर विमानन महानिदेशालय ने ट्वीट किया, ‘गौरतलब है कि 108 हवाई अड्डों से प्रति सप्ताह 18,843 प्रस्थानों को अंतिम रूप दिया गया है। इन 108 हवाई अड्डों में बरेली, बिलासपुर, कुरनूल और रूपसी नए हवाई अड्डे हैं, जहां से विमान उड़ान भरेंगे।’     भाषा

First Published - March 30, 2021 | 11:26 PM IST

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