भारतीय रिजर्व बैंक की उदारीकृत प्रेषण योजना (एलआरएस) से वित्त वर्ष 24 की अप्रैल से जनवरी की अवधि के दौरान करीब 24 प्रतिशत अधिक 27.42 अरब डॉलर विदेश भेजे गए जबकि यह एक साल पहले की अवधि में 22.08 अरब डॉलर था।
जनवरी, 2024 में विदेश 2.62 अरब डॉलर भेजा गया जबकि दिसंबर 2023 में 2.40 अरब डॉलर भेजा गया था। इस तरह जनवरी में करीब 9 प्रतिशत अधिक राशि विदेशी भेजी गई।
वित्त वर्ष 24 की अप्रैल-जनवरी की अवधि में अंतरराष्ट्रीय यात्रा खंड 30.67 प्रतिशत बढ़कर 14.95 अरब डॉलर हो गया जबकि यह बीते साल की समान अवधि में 11.44 अरब डॉलर था। करीबी रिश्तेदारों की देखभाल व विदेशी शिक्षा पर खर्च इस अवधि के दौरान 3.04 अरब डॉलर से बढ़कर 3.95 अरब डॉलर हो गया। इससे भी अधिक राशि विदेश भेजी गई।
भारतीयों ने जनवरी 2024 में अंतरराष्ट्रीय यात्रा के बाद सबसे ज्यादा धन करीबी रिश्तेदारों की देखभाल, विदेशों में शिक्षा और उपहार पर खर्च किया।
आरबीआई के आंकड़ें के अनुसार विदेश में शिक्षा पर 44.946 करोड़ डॉलर, करीबी रिश्तेदारों की देखभाल पर 26.702 करोड़ डॉलर और उपहार पर 20.958 करोड़ रुपये खर्च किए गए। एलआरएस योजना की शुरुआत 2004 में हुई थी।