वर्ष 2020-21 में गिरावट के बाद वर्ष 2021-22 में नकली नोटों में 10.7 प्रतिशत का इजाफा दर्ज हुआ है, जिसमें 500 रुपये के नकली नोटों में 102 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। 2000 रुपये के नोटों के मामले में पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में वर्ष 2021-22 के दौरान नकली नोटों में 55 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। भारती रिजर्व बैंक (आरबीआई) की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2021-22 के दौरान बैंकिग क्षेत्र में पता लगाए गए कुल नकली नोटों में से 6.9 प्रतिशत का पता रिजर्व बैंक में लगाया गया और 93.1 प्रतिशत का अन्य बैंकों में।