सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के वित्तीय प्रदर्शन, संपत्ति की गुणवत्ता और फंसे कर्ज से रिकवरी की समीक्षा करने के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण सोमवार को इन बैंकों के साथ बैठक की अध्यक्षता करेंगी।
एक अधिकारी ने कहा कि बैठक में भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के चेयरमैन और सभी बैंकों के प्रबंध निदेशक (एमडी) एवं मुख्य कार्याधिकारी (सीईओ) शामिल होंगे। इस समीक्षा में सरकारी कर्जदाताओं के कारोबार के प्रदर्शन का आकलन, कर्ज में वृद्धि, संपत्ति की गुणवत्ता, फंसे कर्ज से वसूली और 100 करोड़ रुपये से ऊपर की गैर निष्पादित संपत्तियों की समीक्षा शामिल होगी। केंद्र सरकार इन बैंकों के पूंजी जुटाने की योजना का भी मूल्यांकन करेगी। साथ ही निवेशकों से संबंध सुधारने के लिए की गई कवायद पर भी चर्चा होगी।
यह बैठक ऐसे समय में होने जा रही है, जब सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक मुनाफे में आ गए हैं और वे सरकार द्वारा पूंजी डालने पर भरोसा करने के बजाय बाजार से पूंजी जुटाने की संभावना तलाश रहे हैं।
एनहैंस्ड एक्सेस ऐंड सर्विस एक्सिलेंस (ईएएसई 5.0) के माध्यम से सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों से 3 साल की रणनीति का खाका तैयार करने और छोटे कारोबारियों व कृषि को समर्थन देने को कहा गया है।
सोमवार की समीक्षा में वित्तीय समावेशन में बैंकों के प्रदर्शन का आकलन और केंद्र की विभिन्न योजनाओं की प्रगति की समीक्षा होगी। इसमें प्रधानमंत्री जनधन योजना (पीएमजेडीवाई) के तहत खोले गए खातों के कामकाज पर भी चर्चा होगी, जिसे आत्मनिर्भर भारत पैकेज के तहत घोषित किया गया था।