निजी क्षेत्र के ऋणदाता कोटक महिंद्रा बैंक का समेकित शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के दौरान 2.5 फीसदी घटकर 1,806 करोड़ रुपये रह गया जो एक साल पहले की समान अवधि में 1,853 करोड़ रुपये रहा था। इसकी मुख्य वजह सहायक इकाई कोटक महिंद्रा लाइफ इंश्योरेंस का कमजोर प्रदर्शन रहा। पहली तिमाही के दौरान कोविड-19 से संबंधित अधिक मृत्यु दावों के कारण कोटक महिंद्रा लाइफ इंश्योरेंस ने शेयरधारकों के खाते में 243 करोड़ रुपये का शुद्ध नुकसान दर्ज किया। वित्त वर्ष 2021 की पहली तिमाही में इस बीमा इकाई ने 161 करोड़ रुपये का कर बाद लाभ दर्ज किया था।
हालांकि एकल आधार पर बैंक ने अपने शुद्ध मुनाफे में एक साल पहले की समान अवधि के मुकाबले 32 फीसदी की वृद्धि दर्ज की। प्रावधान मद की रकम में कमी और अन्य आय बढऩे से मुनाफे को बल मिला। तिमाही के दौरान बैंक ने 1,642 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया जो एक साल पहले की समान अवधि में 1,244 करोड़ रुपये रहा था। हालांकि यह मार्च 2021 तिमाही के 1,682 करोड़ रुपये के मुकाबले कम है।
तिमाही के दौरान बैंक की शुद्ध ब्याज आय करीब 6 फीसदी बढ़कर 3,942 करोड़ रुपये हो गई जबकि अन्य स्रोतों से होने वाली आय लगभग दोगुना होकर 1,583 करोड़ रुपये तक पहुंच गई। तिमाही के दौरान बैंक का शुद्ध ब्याज मार्जिन 4.6 फीसदी पर पिछली पांच तिमाहियों की ऊंचाई पर रहा। तिमाही के दौरान प्रावधान एवं आकस्मिक मद की रकम 2.8 फीसदी घटकर 935 करोड़ रुपये रह गई और क्रमिक आधार पर इसमें 20.7 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। इस दौरान बैंक का सकल एनपीए में क्रमिक आधार पर 31 आधार अंकों की बढ़त दर्ज की गई। शुद्ध एनपीए 7 आधार अंक बढ़कर 1.28 फीसदी हो गया।
कोटक महिंद्रा बैंक के संयुक्त निदेशक दीपक गुप्ता ने कहा, ‘यदि आप परिसंपत्ति गुणवत्ता पर गौर करेंगे तो पाएंगे कि वह व्यापक तौर पर दो खंडों में विभाजित है: कुछ ग्राहक कोविड के कारण भुगतान करने में चुनौतियों से जूझ रहे हैं और कुछ ग्राहक पाबंदियों के कारण समय पर नहीं पहुंच सके। पहली श्रेणी के भुगतान में थोड़ा समय लगेगा जबकि दूसरी श्रेणी से जल्द भुगतान होगा।’
कोटक महिंद्रा बैंक का शेयर आज बीएसई पर 1 फीसदी बढ़त के साथ 1,740.40 रुपये पर बंद हुआ।
(डिस्क्लोजर: कोटक परिवार द्वारा नियंत्रित कंपनियों की बिजनेस स्टैंडर्ड में उल्लेखनीय हिस्सेदारी है।)