आईपीओ पेश करने जा रही डिजिटल भुगतान फर्म पेटीएम और निजी क्षेत्र के सबसे बड़े बैंक एचडीएफसी बैंक ने रणनीतिक साझेदारी की घोषणा की है। यह साझेदारी विभिन्न पेमेंट गेटवे, पाइंट ऑफ सेल मशीन और क्रेडिट प्रॉडक्ट्स (पेटीएम पोस्टपेड – अभी खरीदें भुगतान बाद में करें समाधान, ईजी ईएमआई और फ्लैक्सी पे समेत) के लिए विस्तृत समाधान तैयार करने के लिए हुई है।
पेटीएम व एचडीएफसी बैंक दो विस्तृत पीओएस पेशकश के साथ आ रहे हैं। एचडीएफसी बैंक देश भर में मर्चेंट पार्टनरशिप को आगे बढ़ाएगा, जिसे पेटीएम एंड्राइड पीओएस मशीन की मौजूदा रेंज की पेशकश करेगी। इसके तहत एचडीएफसी बैंक की बिक्री टीम बाजार में पेटीएण के भुगतान समाधान की बिक्री करेगी। एचडीएफसी बैंक पेमेंट पार्टनर होगा, वहीं पेटीएम वितरक व सॉफ्टवेयर पार्टनर होगी।
इसके अलावा पेटीएम व एचडीएफसी बैंक संयुक्त रूप से को-ब्रांडेड पीओएस प्रॉडक्ट खुदरा क्षेत्र के लिए पेश करेंगे, जिसमें पेटीएम के पास अपने ग्राहकों को इसकी पेशकश का विकल्प होगा। पेटीएम ऑफलाइन पेमेंट्स की सीओओ रेणु सत्ती ने कहा, ऑफलाइन व ऑनलाइन मर्चेंट के क्षेत्र में पेटीएम की पहुंच और एचडीएफसी बैंक का खुदरा पर प्रभाव भुगतान के क्षेत्र में काफी बढ़त का लक्ष्य लेकर चलेगा। नवोन्मेषी उत्पाद उतारने का पेटीएम का इतिहास है, जिसने विभिन्न मर्चेंट पाटर्नर्स को खुदरा भुगतान अपनाने की राह तैयार की है। पार्टनरशिप का इरादा अफोर्डेबिलिटी का ध्यान में रखते हए नवोन्मेषी उत्पाद पेश करने का है। यह साझेदारी एचडीएफसी बैंक के साल 2017 के रुख में बड़ा बदलाव ला रहा है, क्योंकि तब बैंक के प्रबंध निदेशक आदित्य पुरी ने कहा था कि पेटीएम जैसे पेमेंट वॉलेट का कोई भविष्य नहीं है। उसी साल पेटीएम को पेमेंट बैंक का लाइसेंस मिला था।
एचडीएफसी बैंक के नेटवर्क, प्रॉडक्ट्स और क्रेडिट अप्रैजल क्षमता और पेटीएमके तकनीकी प्लेटफॉर्म के साथ आने से अर्धशहरी व ग्रामीण इलाकों में डिजिटल कायापलट में तेजी आएगी। साथ ही यह और लोगों को औपचारिक बैंकिंग चैनल के दायरे में लाएगा। दोनों फर्मों ने एक बयान में ये बातें कही।