भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने निजी क्षेत्र के ऋणदाता कोटक महिंद्रा बैंक को परपेचुअल नॉन-कम्युलेटिव प्रिफरेंस शेयरों (पीएनसीपी) पर लाभांश भुगतान से रोक दिया है।
बैंकिंग नियामक ने इस सप्ताह के शुरू में बैंकों को सलाह दी थी कि वे 31 मार्च, 2020 को समाप्त हुए वित्त वर्ष से संबंधित मुनाफे से इक्विटी शेयरों पर किसी तरह का लाभांश न चुकाएं।
आरबीआई ने बैंक को भेजी सूचना में कहा है कि लाभांश वितरण पर यह प्रतिबंध पीएनसीपी के लिए भी लागू है।
कोटक बैंक का शेयर बीएसई पर 1.06 प्रतिशत की तेजी के साथ 1,902.8 रुपये पर बंद हुआ। उसका पूंजी पर्याप्तता अनुपात (सीएआर) 30 सितंबर, 2020 को 22.05 प्रतिशत दर्ज किया गया।
बैंंक ने वर्ष 2018 में करीब 500 करोड़ रुपये मूल्य के ये तरजीही शेयर जारी किए थे। यह टियर-1 पूंजी का हिस्सा था।
आरबीआई ने बैंकों की बैलेंस शीट को और ज्यादा मजबूत बनाए जाने, और वास्तविक अर्थव्यवस्था को उधारी समर्थन को ध्यान में रखकर लाभांश भुगतान पर रोक लगाने का निर्णय लिया है।
आरबीआई ने कहा था कि कोविड-19 महामारी की वजह से पैदा हुए दबाव और अनिश्चितता को देखते हुए यह जरूरी है कि बैंक अर्थव्यवस्था का समर्थन करने और नुकसान को घटाने के लिए पूंजी सरंक्षण बरकरार रखें।
पीएनसीपीसी जारी करते वक्त, बैंक ने कहा था कि इस निर्गम से प्राप्त रकम के जरिये अतिरिक्त टियर-1 पूंजी को बढ़ावा देने और पूंजी पर्याप्तता को मजबूत बनाने के लिए बैंक को कुल पूंजी को बढ़ाने, तथा अपने दीर्घावधि संसाधनों को दुरुस्त बनाने में मदद मिलेगी।
(डिस्क्लेमर : बिजनेस स्टैंडर्ड प्राइवेट लिमिटेड में कोटक समूह की बहुलांश हिस्सेदारी है)