भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने रियल-टाइम ग्रॉस सेटलमेंट (आरटीजीएस) प्रणाली को सातों दिन चौबीसों घंटे उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है। यह निर्णय दिसंबर 2020 से प्रभावी होगा। पिछले साल दिसंबर में आरबीआई ने नैशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर (एनईएफटी) प्रणाली को चौबीसों घंटे चालू कर दिया था।
फिलहाल आरटीजीएस प्रणाली महीने के दूसरे और चौथे शनिवार को छोड़कर सप्ताह के सभी कार्यदिवसों के दौरान सुबह 7 बजे से लेकर शाम 6 बजे तक उपलब्ध रहती है।
आरबीआई ने कहा है, ‘भारतीय वित्तीय बाजारों को वैश्विक बाजारों के साथ एकीकृत करने के उद्देश्य से किए जा रहे प्रयासों के मद्देनजर अंतरराष्ट्रीय वित्तीय केंद्र विकसित करने में भारत के प्रयासों को सुगम बनाने और घरेलू कंपनियों एवं संस्थानों को भुगतान में कहीं अधिक लचीलापन की सुविधा प्रदान करने के उद्देश्य से आरटीजीएस प्रणाली को सातों दिन चौबीसों घंटे उपलब्ध कराने का निर्णय लिया गया है।’
इसके साथ ही भारत दुनिया के उन चुनिंदा देशों की जमात में शामिल हो जाएगा जिसके पास बड़ी रकम के भुगतान के लिए पूरे साल सातों दिन चौबीसों घंटे रियल-टाइम भुगतान प्रणाली उपलब्ध है। आरबीआई के गवर्नर ने अपने संबोधन में कहा, ‘यह बड़े मूल्य वाले भुगतान माहौल में नवाचार की सुविधा प्रदान करेगा और कारोबारी सुगमता को बढ़ावा देगा।’
आरटीजीएस प्रणाली का इस्तेमाल बड़ी रकम के हस्तांतरण में किया जाता है जहां न्यूनतम रकम 2 लाख रुपये होती है। इस प्रणाली का उपयोग मुख्य तौर पर व्यापार एवं बाजार के लेनदेन को सुविधाजनक बनाने में किया जाता है।