सहकारी बैंकों की जमा राशि पर पर लघु वित्त बैंकों (एसएफबी) की निर्भरता बढ़ी है, जो ज्यादा दर पर जमा होती है। यह दोनों के बीच अंतर्संबंध दिखाता है। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने कहा है कि इससे जोखिम हो सकता है।
रिजर्व बैंक ने अपनी ट्रेंट रिपोर्ट में कहा है , ‘तमाम एसएफबी में चालू खाते और बचत खाते (कासा) में जमा कम है। उनकी निर्भरता भारी सावधि जमा पर है, खासकर यह सहकारी बैंकों द्वारा अक्सर ज्यादा ब्याज दर पर जमा किया जाता है। ’
इससे पता चलता है कि एसएफबी और सहकारी बैंकों में ज्यादा अंतर्संबंध से जोखिम पैदा होगा और अगर सहकारी बैंकों पर कोई संकट आता है तो एसएफबी पर भी इसका असर होगा।
नियामक ने सूक्ष्म वित्त संस्थान से एसएफबी बनी इकाइयों को सावधान करते हुए कहा है कि उनके सूक्ष्म ऋण की हिस्सेदारी ज्यादा है, जो असुरक्षित प्रकृति के होते हैं।