चौरानबे वर्ष पुराने लक्ष्मी विलास बैंक (एलवीबी) के ब्रांड नाम और लोगों को डीबीएस बैंक में इसके विलय के बाद भी बरकरार रखा गया है। यह विलय पिछले महीने हुआ था।
बैंक के मुख्य कार्यालयों, शाखाओं के नामपट्ट और वेबसाइट बैनर पर लक्ष्मी विलास बैंक ‘अब डीबीएस बैंक इंडिया लिमिटेड का भाग’ लिखा है। इन पर डीबीएस बैंक इंडिया का लोगो भी नजर आएगा।
एलवीबी का विलय डीबीएस बैंक इंडिया लिमिटेड में 27 नवंबर को किया गया था। डीबीएस बैंक इंडिया लिमिटेड डीबीएस बैंक सिंगापुर का सहायक है।
इस व्यवस्था को स्थायी या अस्थायी होने को लेकर जहां डीबीएस इंडिया ने कोई टिप्पणी नहीं की है, वहीं विशेषज्ञों और कर्मचारियों का कहना है कि एलवीबी के नाम को बरकरार रखा जाना चाहिए। हालांकि, यह डीबीएस का अपना विवेकाधीन कारोबारी निर्णय है।
इस साल के आरंभ में जब सिंडिकेट बैंक का विलय केनरा बैंक में किया गया था तब सिंडिकेट बैंक के नाम को बरकरार रखा गया था। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसा जनता में दुविधा की स्थिति को दूर करने के लिए किया जाता है। लेकिन, बैंक अधिकारियों का कहना है कि यह प्रबंधन तय करता है कि कोई व्यवस्था कब तक रहेगी। इस बीच बैंक के मुख्यालय, शाखाओं और वेबसाइट के दृश्य में कोई बड़ा परिवर्तन नजर नहीं आया है।