प्राइवेट सेक्टर के यस बैंक का शुद्ध लाभ बीते वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही के लिए 46.7 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 502 करोड़ रुपये रहा है। बैंक ने कहा कि लाभ में यह वृद्धि प्रावधानों के घटने के कारण हुई है।
बैंक ने शनिवार को बताया कि उसकी शुद्ध ब्याज आमदनी जून तिमाही में 12.2 प्रतिशत बढ़कर 2,000 करोड़ रुपये हो गई है। उसका शुद्ध ब्याज मार्जिन 2.4 प्रतिशत पर स्थिर रहा।
जून तिमाही में जमाराशि में 20 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई। तिमाही के दौरान अन्य आय 5.1 प्रतिशत बढ़कर 1,141 करोड़ रुपये हो गई। इसका समग्र प्रावधान 41.2 प्रतिशत घटकर 212 करोड़ रुपये रह गया।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने इसका श्रेय खराब परिसंपत्तियों की वसूली को दिया, जिन्हें जे.सी. फ्लावर्स एसेट रिकंस्ट्रक्शन कंपनी को हस्तांतरित कर दिया गया था। जून तिमाही के दौरान बैंक का कुल सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्ति (NPA) अनुपात 1.7 प्रतिशत पर स्थिर रहा।
यस बैंक के प्रबंध निदेशक (MD) और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (CEO) प्रशांत कुमार ने कहा कि उन्होंने चालू वित्त वर्ष के लिए 16-17 प्रतिशत की ऋण वृद्धि का लक्ष्य रखा है और इसका एक बड़ा हिस्सा मध्य-बाजार और छोटे व्यवसाय खंड से आएगा।