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Cashless Everywhere: हर जगह कैशलेस सुविधा से घट सकती है लागत, स्वास्थ्य बीमा में लागू हुई पहल

बीमा अधिकारियों के मुताबिक, Cashless Everywhere से धोखाधड़ी कम होगी और उपभोक्ताओं को बिना किसी परेशानी के स्वास्थ्य सुविधाएं मिल पाएंगी।

Last Updated- February 02, 2024 | 10:38 PM IST
Cashless Everywhere: हर जगह कैशलेस सुविधा से घट सकती है लागत, स्वास्थ्य बीमा में लागू हुई पहल Cashless everywhere’ may cut claims cost, say insurers

बीमा कंपनियों की ‘हर जगह कैशलेस’ की पहल (‘Cashless Everywhere’ initiative) से गैर पैनल वाले अस्पतालों (non-empanelled hospitals ) के दावों की लागत भी घट जाएगी। बीमा अधिकारियों के मुताबिक, इससे धोखाधड़ी कम होगी और उपभोक्ताओं को बिना किसी परेशानी के स्वास्थ्य सुविधाएं मिल पाएंगी।

जनरल इंश्योरेंस काउंसिल ने पिछले हफ्ते बुधवार को ‘कैशलेस एवरीव्हेयर’ (हर जगह कैशलेस) पहल की शुरुआत की है। इसका ध्येय क्लीनिकल इस्टे​ब्लिशमेंट ऐक्ट (Clinical Establishment Act) के तहत आने वाले गैर पैनल अस्पतालों में भी कैशलेस इलाज की सुविधा मुहैया कराना है।

निवा बूपा (Niva Bupa) में दावों, अंडरराइटिंग और उत्पादों के निदेशक भवतोष मिश्र ने कहा, ‘यह बेहतरीन ग्राहक सुविधा व अनुभव केंद्रित पहल होने के अलावा लागत प्रबंधन में भी सहायता करेगा। कैशलेस दावों में शीघ्र सूचना मिलने, बीमा कंपनी से अस्पताल के सीधे संपर्क की वजह से प्रतिपूर्ति दावों की तुलना में धोखाधड़ी और दुरुपयोग की घटनाएं कम होती हैं।’ मिश्र के मुताबिक, ‘इस पहल के कारण दुरुपयोग और धोखाधड़ी घटेगी। इसकी वजह से दावों के प्रबंधन की लागत घटेगी।’

अब मरीजों के पास 40,000 से अधिक पैनल में शामिल अस्पतालों का चयन करने की सुविधा होगी जबकि पहले कुछ हजार की सुविधा थी।

अधिकारियों के मुताबिक 63 प्रतिशत पॉलिसी धारक कैशलेस सुविधा के विकल्प को चुनते हैं। इस पहल का उद्देश्य शेष 37 प्रतिशत पॉलिसी धारकों को इस सुविधा के तहत लाना है।

एचडीएफसी एर्गो जनरल इंश्योरेंस (HDFC ERGO General Insurance) के खुदरा कारोबार के अध्यक्ष पार्थानिल घोष के अनुसार, ‘हर जगह कैशलेस की पहल से बीमाकर्ताओं व अस्पताल नेटवर्कों में सहयोग बढ़ेगा। इससे अस्पताल में दाखिल होने की अवस्था में बीमा करवाने वाले ग्राहकों को बिना किसी झंझट के स्वास्थ्य सुविधा मिल जाएगी।’

घोष के मुताबिक स्वास्थ्य बीमा के दावों के अलावा प्रीमियम गणना के मानदंड एक समान रहेंगे। लिहाजा प्रीमियम की राशि में बदलाव होने का अनुमान नहीं है।

इस सुविधा से पॉलिसी धारकों की प्रतिपूर्ति की प्रक्रिया से जुड़ी कागजी कार्रवाई कम होगी। उद्योग के दिग्गजों के अनुसार कैशलेस सुविधा की तुलना में प्रतिपूर्ति के दावों से धोखाधड़ी होने की आंशक अधिक रहती है।

आईसीआईसीआई लोम्बार्ड (ICICI Lombard) के मुख्य वित्त अधिकारी (CFO) व मुख्य जोखिम अधिकारी गोपाल बालचंद्रन ने बताया, ‘आईसीआईसीआई लोम्बार्ड ने मार्च, 2023 में ही ‘हर जगह कैशलेस’ की सुविधा शुरू की। दरअसल हमने यह पाया था कि नेटवर्क अस्पतालों के दावों की तुलना में गैर नेटवर्क अस्पतालों के प्रतिपूर्तियों के दावों की औसत लागत थोड़ी अधिक थी।’

बालाचंद्रन ने लाभ की जानकारी देते हुए बताया, ‘यह ग्राहकों के लिए अधिक आसान है। दूसरा, यह हमें अस्पताल के साथ अधिक करीबी से काम करने का मौका देता है। इससे यह सुनिश्चित होता है कि स्वास्थ्य की गुणवत्ता से समझौता किए बिना व्यर्थ की प्रक्रियाएं नहीं की जाएं। प्रक्रिया को अधिक सुसंगत बनाया गया है और धोखाधड़ी की घटनाएं कम होने की भी उम्मीद है।’

इससे ग्राहकों के लिए लागत नहीं बढ़ेगी और इससे प्रीमियम पर भी असर नहीं पड़ेगा। जनरल इंश्योरेंस काउंसिल के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक स्वास्थ्य बीमा का प्रीमियम संग्रह अप्रैल-दिसंबर 2023 की अवधि में 21.36 प्रतिशत बढ़कर 79,559.39 करोड़ रुपये हो गया जबकि एक साल पहले की अवधि में प्रीमियम 65,557.47 करोड़ रुपये था।

First Published - February 2, 2024 | 9:22 PM IST

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