मौजूदा आर्थिक संकट से उबरने में विकसित देशों को खासा वक्त लगेगा। लेकिन माना जा रहा है कि भारत चार से छह तिमाहियों से इससे मुक्ति पा लेगा। एशियाई विकास बैंक (एडीबी) के प्रबंध महानिदेशक रजत एम नाग के मुताबिक भारत की अर्थव्यवस्था चालू वित्त वर्ष के दौरान 7.5 फीसद की दर से विकास कर […]
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देश के आठ अग्रणी बैंकों के प्रमुख भारत के मध्यम और दीर्घ अवधि के विकास को लेकर आशावादी दिखे लेकिन उन्होंने बाजार में नकदी केअभाव और परिसंपत्ति की गुणवत्ता में आ रही गिरावट पर अपनी चिंता जाहिर की है। बिजनेस स्टैंडर्ड द्वारा आयोजित राउंड टेबल सम्मेलन में बैंकरों ने कहा कि वैश्विक वित्तीय संकट का […]
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सीआईआई अध्यक्ष और आईसीआईसीआई बैंक के मुख्य कार्य अधिकारी के वी कामत के अनुसार बाजार में नकदी को बढाने और बैंकों को उनकी ब्याज दरों में कटौती करने में मदद करने के लिए अभी और मौद्रिक उपाय किए जा सकते हैं। प्रस्तुत हैं भारत आर्थिक सम्मेलन के अंतिम दिन आयोजित संवाददाता सम्मेलन में दिए गए […]
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म्युचुअल फंडों और गैर वित्तीय कंपनियों के बाद अब विमानन उद्योग पर निगरानी रखी जा रही है। विमानन क्षेत्र में बड़े पैमाने पर डिफॉल्ट की आशंकाओं को देखते हुए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) अब बैंकों और विमानन क्षेत्र के बीच के लेन देन के आंकड़ों को खंगालने में जुटा हुआ है। सूत्रों के मुताबिक इस […]
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भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई)ने कहा है कि वह वित्तीय प्रणाली में पर्याप्त तरलता उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबध्द है और बाबत सभी आवश्यक कदम उठाने को लेकर प्रतिबध्द है। आरबीआई के डिप्टी गवर्नर राकेश मोहन ने यहां संवाददाताओं को बताया ‘मूल रूप से शनिवार को घोषित किए गए उपायों से पता चलता है कि अंतरराष्ट्रीय […]
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वैश्विक मंदी के इस दौर में एक ओर कर्मचारियों की छंटनी की खबरें मिल रही हैं, वहीं दूसरी ओर भारतीय बैंकों में बड़े पैमाने पर भर्तियां होने जा रही हैं। निजी बैंकों से मिलती चुनौती और मौजूदा कर्मचारियों की उम्र ज्यादा होने के कारण सरकारी बैंकों ने अगले दो साल में बड़े स्तर पर नियुक्तियों […]
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आर्थिक भविष्यवक्ता खर्चों में कटौती और अनुमानों में कमी की अपनी पहले की बातों से बदल रहे हैं। यहां तक कि राजनीतिक भी सार्वजनिक तौर पर अगले कुछ वर्षों के लिए विकास दर कम होने की बात स्वीकार कर रहे हैं। भारत का सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) विकास दर 2008-09 के लिए लगभग 6.5 प्रतिशत […]
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एक बार जब आप क्रेडिट कार्ड के मालिक हो जाते हैं तो आप बीमा के कुछ लाभ भी उठा सकते हैं। क्यों हैरत में पड़ गए? ऐसा होना लाजिमी भी है। एक बार आप जब नए-नए जारी हुए क्रेडिट कार्ड के साथ मिलने वाली सर्विस गाइड ध्यान से पढ़ेंगे तो उसमें आपको एक बीमादाता कंपनी […]
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जब आप शैक्षिक ऋण के लिए आवेदन करते हैं तो बैंक पाठयक्रम की अवधि, फीस, पाठयक्रम सामग्री और अन्य खर्च पर नजर डालता है। इसी के हिसाब से बैंक यह बताता है कि आपको कितनी राशि मंजूर की जानी चाहिए। बैंक द्वारा यह पाठयक्रम शुल्क सीधे तौर पर कॉलेज या संस्थान को दे दिया जाता […]
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निर्माण से जुड़ी उन कंपनियों का भविष्य उवल हो सकता है, जो कमोडिटी की बढ़ती कीमतें और ब्याज दरों में इजाफे के कारण दबाव में चलती आ रही हैं। एक तरफ कमोडिटी की कीमतों में खासी कमी हुई है और दूसरी तरफ घरेलू वित्तीय प्रणाली में नकदी बढ़ाने के लिए कई उपाय किए गए हैं, […]
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