भारतीय रिजर्व बैंक का डिजिटल भुगतान सूचकांक (डीपीआई) पिछले साल 30 सितंबर तक बढ़कर 465.33 हो गया, जो मार्च, 2024 में 445.5 था। केंद्रीय बैंक का डीपीआई बढ़ना दर्शाता है कि देश में तेजी से डिजिटल भुगतान अपनाया जा रहा है।
केंद्रीय बैंक ने बयान जारी कर कहा है, ‘आरबीआई-डीपीआई सूचकांक में बढ़ोतरी भुगतान बुनियादी ढांचे में वृद्धि और समीक्षाधीन अवधि के दौरान देश भर में भुगतान प्रदर्शन के कारण है।’ जनवरी 2021 में शुरू होने वाला डीपीआई देश भर में भुगतान के डिजिटलीकरण की सीमा को दर्शाता है।
आरबीआई डीपीआई का निर्माण मार्च 2018 को आधार अवधि के रूप में किया गया है, यानी मार्च 2018 के लिए डीपीआई स्कोर 100 निर्धारित किया गया है।