RBI MPC Meet: भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने चेक भुगतान से जुड़े जोखिम कम करने और ग्राहकों को बेहतर सेवाएं देने के मकसद से चेक ट्रंकेशन सिस्टम (सीटीएस) में बदलाव का प्रस्ताव देते हुए चेक क्लियर करने की प्रक्रिया में तेजी लाने की बात कही। वर्तमान में चेक जमा करने से लेकर राशि आने तक दो दिन का समय लग जाता है।
फिलहाल सीटीएस के जरिये चेक क्लियर करने की प्रक्रिया बैच के माध्यम से होती है। लेकिन प्रस्तावित व्यवस्था के तहत चेक जमा किए जाने के कुछ घंटों के भीतर ही चेक क्लियर हो जाएगा। इससे चेक भुगतान की रफ्तार भी बढ़ेगी और चेक देने वाले और चेक पाने वाले दोनों को ही इससे फायदा होगा।
प्रस्ताव यह है कि चेक को पहले स्कैन किया जाएगा और उसे पेश किए जाने के बाद कुछ घंटे में ही क्लियर कर दिया जाएगा और यह पूरे कारोबारी घंटे के दौरान लगातार किया जाएगा। इस तरह चेक को क्लियर होने का समय घटकर महज कुछ घंटे हो जाएगा। आरबीआई ने मौद्रिक नीति समीक्षा की घोषणा करते हुए एक बयान में कहा कि इस संदर्भ में विस्तृत ब्योरा जल्द ही जारी किया जाएगा।
आरबीआई ने कहा कि नया तंत्र चेक क्लियर करने की क्षमता में सुधार लाएगा और प्रतिभागियों के लिए निपटान जोखिम कम करने के साथ ही ग्राहकों के अनुभवों को बेहतर बनाएगा। इंडियन बैंक एसोसिएशन (आईबीए) के अध्यक्ष तथा सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के प्रबंध निदेशक और सीईओ एम वी राव ने कहा कि चेक के तुरंत निपटान से आम जनता को फायदा होगा।