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कहते हैं विश्लेषक

Last Updated- December 07, 2022 | 12:03 AM IST

महिंद्रा लाइफस्पेस का 1400 एकड़ के क्षेत्र में फैला चेन्नई  स्थित सेज (एसईजेड) अब कैश जनरेशन फेज में प्रवेश कर चुका है।


यह सेज के प्रोसेसिंग एरिया में स्थित है इसलिए इसने अपना ऑपरेशन तेज कर दिया है। इस प्रोसेसिंग एरिया में तीन सेक्टर आईटी, एपेरल एण्ड फैशन और ऑटो  हैं। कंपनी की  सेज एरिया के पास ही 1.2-1.5 करोड़ वर्ग फीट के क्षेत्र में एक आवासीय प्रोजेक्ट भी शुरु करने की योजना है।

इसके जरिए वह सेज क्षेत्र में कार्यरत कर्मचारियों की अगले पांच साल में बनने वाली 20,000 अपार्टमेंट की मांग पूर्ति करेगा।  कंपनी ने जयपुर में 3,000 एकड़ के क्षेत्र में निर्माणाधीन अपने सेज में उल्लेखनीय प्रगति की है। 

उसे 2,500 एकड़ जमीन का स्वामित्व मिल चुका है। वह यहां का 20 प्रतिशत क्षेत्र इंफोसिस, विप्रो, टेक महिंद्रा और डयुश्चे बैंक को उपलब्ध कराएगा। प्रबंधन अपने कार्ला(पुणे) और ठाणे(मुंबई) स्थिति दो अन्य सेज पर भी कार्य कर रहा है। उसने श्रीलंका सरकार के साथ 52 एकड़ क्षेत्र के आईटी सेज के लिए भी एक करार पर हस्ताक्षर किए हैं।

महिंद्रा लाइफस्पेस
सिफारिश भाव: 626 रुपये
वर्तमान बाजार भाव: 630.80 रुपये
लक्ष्य: 918 रुपए
वृध्दि: 45.53 प्रतिशत
ब्रोकरेज: मोतिलाल ओसवाल

घरेलू स्टील उद्योग इस समय तेजी से वृध्दि कर रहा है। इसका प्रमुख वजह दक्षिण अफ्रीका में उत्पादन में कमी और चीन के निर्यात कर में छूट दिए जाने से बढ़ी कीमतें हैं।

मौजूदा हालात ने फेरो एलोय की मांग को बढ़ा दिया है। यह स्टील उत्पादन में उपयोग होने वाला प्रमुख कच्चा माल है। जनवरी 2008 से अब तक इसकी कीमत 67 प्रतिशत बढ़ चुकी है। यह स्थिति रोहित फेरो टेक के लिए बेहद अनुकूल है। यह कंपनी फेरो एलोय का व्यावसायिक उत्पादन करने वाली प्रमुख फर्म है।

इसकी उत्पादन क्षमता 1.8 लाख टन सालाना है। रोहित फेरो वर्तमान में अपने कुल उत्पादन का 60 प्रतिशत निर्यात करता है। शेष वह जिंदल स्टैनलेस, एस्सार स्टील और राठी इस्पात जैसी प्रमुख देशी स्टील कंपनियां को बेचता है। अपनी उत्पादन क्षमता को और बढ़ाने के लिए कंपनी वित्तीय वर्ष 2009 में 50,000 टन सालाना उत्पादन क्षमता वाली एक और भट्टी स्थापित करने जा रहा है।

वह अपनी क्षमताओं में विविधता लाते हुए मैगनीज एलोय के 1 लाख टन सालाना उत्पादन क्षमता वाले सयंत्र की भी स्थापना करेगी। हालांकि कंपनी के लिए फेरो एलोय के निर्यात पर संभावित प्रतिबंध, कच्चे माल की संभावित कमी और स्टील क्षेत्र में संभावित मंदी आदि चिंता का सबब बने रहेंगे। रोहित फेरो को वित्तीय वर्ष 2007 से लेकर 2010 के बीच 189 से लेकर 200 प्रतिशत तक की वृध्दि होने की उम्मीद है। इसके स्टॉक वर्तमान में 3.6 एक्स पर ट्रेडिंग कर रहे हैं।

रोहित फेरो टेक
सिफारिश भाव: 125 रुपये
वर्तमान भाव: 139.55 रुपये
लक्ष्य: 216 रुपये
वृध्दि: 54.78 प्रतिशत
ब्रोकरेज: रेलिगेयर

सिंप्लेक्स इंफ्रास्ट्रक्चर के पास वर्तमान में विभिन्न प्रकार के 9,900 करोड़ रुपये के ऑर्डर हैं। यह उसकी वित्तीय वर्ष 2008 में कुल आय का 3.8 प्रतिशत है।

कंपनी को कच्चे माल की कीमतें बढ़ने से मुश्किलों का सामना कर पड़ रहा है। उसके 90 प्रतिशत कांट्रेक्ट अलग-अलग लागत के हैं। सिंप्लेक्स पहले ही समुद्र से तेल खनन के कारोबार में उतर चुका है। उसने आइल इंडिया के साथ 6.4 लाख रुपए प्रतिदिन के हिसाब से दो साल का करार किया है।

सिंप्लेक्स झारखंड सरकार के साथ 2.5 लाख वर्गफीट के क्षेत्र में  आवासीय-व्यावसायिक कांप्लेक्स निर्माण का करार किया है। यह संयुक्त उपक्रम 70:30 की हिस्सेदारी वाला होगा। इस कांप्लेक्स का 70 प्रतिशत भाग कंपनी खुद बेचेगी। उसने कोलकाता और हैदराबाद में भी अलग-अलग भू-स्वामियों के साथ इसी तरह का करार किया है।

कंपनी का मानना है कि उसकी इन योजनाओं पर रीयल एस्टेट क्षेत्र में आई मंदी का कोई असर नहीं पड़ेगा क्योंकि वह मिड मार्केट रेसिडेंशियल क्षेत्र में उतर रही है न कि प्रीमियम क्षेत्र में। सिंप्लेक्स को वित्तीय वर्ष 2007 से 10 के बीच राजस्व और आय के 42 और 68 प्रतिशत सीएजीआर की दर से बढ़ने की उम्मीद है।

कंपनी के ऑयल रिग और रियल एस्टेट कारोबार के मूल्यांकन के आधार पर इसके स्टॉक वित्तीय वर्ष 2009 और वित्तीय वर्ष 2010 की लक्ष्य आय के 16.9 और 11.3 प्रतिशत पर ट्रेडिंग कर रहे हैं। इसे 800 रुपए की लक्ष्य कीमत पर खरीदने की सिफारिश की गई है।

सिंप्लेक्स इंफ्रास्ट्रक्चर्स
सिफारिश भाव :  572 रुपये
वर्तमान बाजार भाव : 564.90 रुपये
लक्ष्य :  800 रुपये
वृध्दि : 41.62 प्रतिशत
ब्रोकरेज: कोटक सेक्योरिटीज


रेडिंगटन इंडिया आईटी हार्डवेयर व पेरिफरल्स के वितरण और रीसेलिंग के कारोबार में है। इसका देश में 17,000 रीसेलर्स का विशाल नेटवर्क है।

यह देश में हेवलेट पैकर्ड(एचपी) के कुल कारोबार में 20 प्रतिशत और देश के आईटी हार्डवेयर बाजार में 10 प्रतिशत हिस्सेदारी रखता है। रेडिंगटन का कारोबार भारत, दक्षिण एशिया,पश्चिम एशिया और अफ्रीका में फैला हुआ है।

अब उसकी नजर उत्तर और दक्षिण अफ्रीका, वियेतनाम और सीआईएस देशों के बाजार पर है। रेडिंगटन ने अपने विशाल नेटवर्क और इंफ्रास्ट्रक्चर का लाभ लेने के लिए अपनी सेवाओं में विस्तार किया है। अब वह टेलीकाम प्रोडक्ट्स, गेमिंग कंसोल व टाइटल्स, डिजिटल लाइफस्टाइल प्रॉडक्ट और कंज्यूमर डयुरेबल प्रॉडक्ट भी उपलब्ध कराने जा रही है।

इसके बिजनेस मॉडल, दूरदर्शी केश फ्लो प्रबंधन और बाजार की संभावनाओं के आधार पर कंपनी वित्तीय वर्ष 2007 से 2010 तक की आय की तुलना में 22.6 प्रतिशत सीएजीआर राजस्व और 42.7 प्रतिशत सीएजीआर लाभांश अर्जित करने की क्षमता रखती है। इसके स्टॉक का 12 माह के आकलन के आधार पर लक्ष्य मूल्य 445 रुपये रहने का आकलन है।

रेडिंगटन इंडिया
सिफारिश भाव :  351 रुपये
वर्तमान भाव : 354.35 रुपये
लक्ष्य :  445 रुपये
वृध्दि : 25.58 प्रतिशत
ब्रोकरेज: पीआईएनसी (पिंक)रिसर्च

ऑप्टो सर्किट्स नान इन्वेसिव क्षेत्र में एक प्रमुख कंपनी बनकर सामने आई है। वर्तमान में वह पल्स ऑक्सीमीटर्स और कोलेस्ट्रॉल डिटेक्टर्स जैसे इलेक्ट्रानिक मेडिकल सेंसर का निर्माण कर रही है।

इन सेंसर को अमेरिकी एफडीए और यूरोपीयन सीई मार्क की मान्यता मिली हुई है। इस क्षेत्र में मिली व्यापक सफलता के बाद अब कंपनी पेशेंट मॉनिटरिंग सिस्टम का भी निर्माण कर रही है। ऑप्टो को अपने कारोबार का 75 प्रतिशत राजस्व मानिटरिंग सिस्टम और सेंसर के निमार्ण से ही मिलता है।

उसे 80 प्रतिशत कमाई विदेशों से होती है। अमेरिका, यूरोप और पश्चिम एशिया उसके प्रमुख बाजार हैं। 2006 में जर्मनी की यूरोकोर के अधिग्रहण के साथ ही कंपनी ने स्वयं को इन्वेसिव क्षेत्र में स्थापित किया है। वह कोरोनरी आर्टेरी ब्लॉकेज के इलाज में काम आने वाले कार्डियक स्टेंट का निर्माण करती है।

ऑप्टो दुनिया में इकलौती कंपनी है जिसके उत्पाद डीआईओआर को सीई मार्क मिला हुआ है। डीआईओआर एक दवा है जिसका उपयोग कोरोनरी इन्सटेंट रेस्टेनोसिस के लिए होता है। कंपनी यूरोप में इसकी बिक्री से अच्छी-खासी कमाई कर रही है।

कंपनी की आय वित्तीय वर्ष 2007 से 2010 तक आय की तुलना में 35 प्रतिशत सीएजीआर रहने की उम्मीद है, जबकि इसका राजस्व 57 प्रतिशत सीएजीआर रहने का आकलन है। कंपनी वर्तमान में वित्तीय वर्ष 2009 की तुलना में 16.9 प्रतिशत पर कारोबार कर रही है।

ऑप्टो सर्किट्स इंडिया
सिफारिश भाव :  338 रुपये
वर्तमान बाजार भाव : 340 रुपये
लक्ष्य :  460 रुपये
वृध्दि : 35.29 प्रतिशत
ब्रोकरेज: आईडीएफसी एसएसकेआई

First Published - May 19, 2008 | 2:30 AM IST

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