देश के सबसे बड़े ऋणदाता भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने पर्यावरण अनुकूल परियोजनाओं की खातिर धन जुटाने के लिए शुक्रवार को हरित रुपया फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम (ग्रीन टर्म डिपॉजिट) शुरू की। SBI इसके जरिए आम ग्राहकों के अलावा फैमिली ऑफिस, अमीरों के धन-संपदा का प्रबंधन करने वाली इकाइयों से धन जुटाएगा।
निवेशकों को तीन अलग-अलग अवधियों- 1,111 दिन, 1,777 दिन और 2,222 दिन को चुनने की सुविधा प्रदान की गई है। यह योजना भारत के नागरिकों, इकाइयों और प्रवासी भारतीयों (एनआरआई) के लिए खुली है।
वर्तमान नियमों के मुतागिक ग्रीन डिपॉजिट को केवल भारतीय मुद्रा में संचालित किया जा सकता है। SBI की वेबसाइट के अनुसार ये ग्रीन टर्म डिपॉजिट तीन विशिष्ट अवधि के लिए उपलब्ध हैं। इसमें खुदरा जमा कार्ड रेट से 10 आधार अंक नीचे की दर मिल रही है।
SBI ने बयान में बताया कि अभी यह योजना बैंक के शाखा नेटवर्क के माध्यम से उपलब्ध है और इसे जल्द ही योनो और इंटरनेट बैंकिंग सेवाओं (आईएनबी) जैसे डिजिटल चैनलों के माध्यम से भी उपलब्ध कराया जाएगा।
SBI के चेयरमैन दिनेश खारा ने बिज़नेस स्टैंडर्ड को बताया कि यह संपत्ति का विविधीकरण करने की दिशा में एक कदम है। यह उन फैमिली ऑफिस के लिए फायदेमंद है जो सतत विकास की परियोजनाओं में धन लगाते हैं। यह नया उत्पाद है। अभी ध्येय इसके बारे में लोगों को जागरूक करना है।
इस योजना के लिए धन जुटाने का लक्ष्य तय नहीं किया गया है। खारा ने कहा कि भारत सरकार का महत्त्वाकांक्षी लक्ष्य साल 2070 तक हमारे देश को नेट कार्बन जीरो बनाना है, इस लक्ष्य को पूरा करने में SBI भी योगदान दे रहा है।
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने 1 जनवरी, 2023 और उसके बाद विनियमित इकाइयों (आरई) को हरित सावधि जुटाने के लिए दिशानिर्देश जारी किए थे।