तीन सत्रों के बाद बाजार शुध्द बढ़त लेकर बंद हुआ है। इस दौरान इंट्रा डे में भारी उतार-चढ़ाव रहा लेकिन मूवमेंट ज्यादा नहीं रहा।
हफ्ते के आधार पर निफ्टी में कुल 2.63 फीसदी की बढ़त रही और यह 4529.5 अंकों पर बंद हुआ। सेंसेक्स इस दौरान 3.49 फीसदी चढ़ा और 15,167 अंकों पर बंद हुआ। रुपए की मजबूती से डेफ्टी 3.24 फीसदी गिरकर बंद हुआ।
चढ़ने और गिरने वाले शेयरों का अनुपात सकारात्मक था और कैश और वायदा दोनों में ही काफी अच्छा कारोबार हुआ। हालांकि सप्ताहांत में इसमें जरूर कुछ गिरावट आई। बीएसई-500 इस दौरान 3.6 फीसदी चढ़ा जबकि जूनियर 4.2 फीसदी चढ़ा और मिडकैप-50 में 3.8 फीसदी का इजाफा हुआ।
विदेशी संस्थागत निवेशक इस दौरान शुध्द खरीदार थे जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों ने शुध्द बिकवाली की। ज्यादातर कारोबार ऑपरेटरों और खुदरा लोगों की वजह से रहा।
नजरिया
बाजार फिलहाल थोड़े समय के लिए तेजी के दौर में है लेकिन वह 4550 का रेसिस्टेंस तोड नहीं पा रहा है। नीचे में इसे 4450 के स्तर पर अच्छा सपोर्ट मिल रहा है और ऊपर में इसका लक्ष्य 4750 का हो सकता है। इस हफ्ते बाजार में कारोबार सीमित दायरे में हो सकता है और 4350 तक का पुलबैक भी आ सकता है और ऊपर में यह 4650 तक जा सकता है।
दलील
चार्ट के मुताबिक नई ऊंचाइयों के पैटर्न बन रहे हैं, जो इस बात का संकेत है कि 16 जुलाई से जब निफ्टी 3790 के बॉटम पर पहुंच गया था, थोड़े अंतराल के लिए तेजी का माहौल बना है। हमने 4450 से 4620 के एक सीमित दायरे में कारोबार देखा और 4750 के लक्ष्य के साथ ब्रेकआउट देखा।
मध्यावधि रुझानों में तेजी को देखते हुए लगता है कि शार्ट टर्म मंर बाजार भले ही ऊपर की ओर जाए पर यह ऊपर में ब्रेकआउट के साथ टूट सकता है। लेकिन ऊपर का स्तर 200 दिन के मूविंग ऐवरेज के आसपास होगा जो 4740 के करीब है।
दूसरा नजरिया
इंट्राडे में भारी उतार चढाव और वीआईएस की ऊंची रीडिंग से कुछ खतरों का संकेत भी मिलता है। संस्थागत निवेशकों में कमजोर उत्साह एक नकारात्मक बात है, खासकर तब जब बाजार लंबे समय से मंदी के माहौल में है। लेकिन कुल मिलाकर अगस्त अंत तक शुध्द मुनाफे की संभावना ज्यादा दिखती है।
तेजड़िए और मंदड़िए
रिजर्व बैंक के रेपो रेट में इजाफे के बावजूद बैंक और ब्याज दरों से प्रभावित होने वाले सेक्टरों में तेजी रही। बैंक निफ्टी इस दौरान 8 फीसदी चढ़ा और यह खासकर एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और कोटक जैसे निजी बैंकों में खरीदारी का अच्छा समर्थन मिलने की वजह से हुआ। मारुति और टाटा मोटर्स जैसी ऑटो कंपनियों ने भी अच्छा प्रदर्शन किया।
चीनी में तेजी रही लेकिन हफ्ते के आखिर में इसमें कमजोरी शुरू हो गई। थ्री जी नीति और बीएसएनएल के आईपीओ के ऐलान के बाद टेलीकॉम शेयरों में मिलाजुला असर रहा। फार्मा शेयरों में सिपला, डिवीस लैब, डॉ रेड्डीज तेजड़ियों के पसंदीदा काउंटर रहे।
हफ्ते के आखिर में एल ऐंड टी जैसे इंजीनियरिंग स्टॉक और एबीबी, सुजलॉन और एआईए इंजी. जैसी उपकरण बनाने वाली कंपनियों के शेयर तेज रहे। इसके अलावा तेजडियों ने हिंद ऑयल एक्सप्लोरेशन, ओएनजीसी, पेंटालून रीटेल, शिपिंग कार्पोरेशन और स्टरलाइट में भी रुचि दिखाई।
सिपला
मौजूदा भाव: 235.05 रु.
लक्ष्य: 260 रु.
इसके शेयर के भाव 220 से भारी कारोबार के साथ चढ़ना शुरू हुए हैं। शुक्रवार को ये ज्यादा चढ़े। शेयर अपने उच्चतम स्तर पर जाने के करीब हैं। अगर यह 240 रुपए से ऊपर बंद होता है तो इसका लक्ष्य 260 से ऊपर होगा। इसमें 229 का स्टॉपलॉस रखकर लांग पोजीशन लें। अगर यह 240 से ऊपर बंद होता है तो अपनी पोजीशन बढ़ाएं।
एल ऐंड टी
मौजूदा भाव: 2836.35 रु.
लक्ष्य: 3150 रु.(लंबी अवधि में)
इस शेयर को 2850 के स्तर पर रेसिस्टेंस मिल रहा है। इस रेसिस्टेंस को तोड़ने के लिए जरूरी है कि इसमें अच्छा कारोबार हो। अगर यह 2850 से ऊपर बंद होने में कामयाब रहता है तो इसका लक्ष्य 3150 का हो सकता है। लिहाजा दस सत्रों के लिए इसे इकट्ठा किया जा सकता है और 2750 के स्तर पर स्टॉपलॉस रखा जा सकता है। उतार चढ़ाव में अचानक तेजी आने पर सतर्क रहने की जरूरत है।
ओएनजीसी
मौजूदा भाव: 1063.90 रु.
लक्ष्य: 1120 रु.
इस शेयर में लगता है कि कारोबार में ज्यादा तेजी आए बगैर ऊपर की ओर ब्रेकआउट आ गया है। इसका लक्ष्य 1120 रुपए का है। इसमें 1045 रुपए का स्टॉपलॉस रखते हुए लंबी पोजीशन ली जा सकती है। इसमें 1075-1080 के स्तर पर रेसिस्टेंस देखा जा सकता है और अगर यह पार हुआ तो कारोबार अच्छा रहेगा।
पेंटालून रिटेल
मौजूदा भाव: 397.55 रु.
लक्ष्य: 420 रु.
जब यह शेयर 390 रुपए से ऊपर बंद हुआ तो इस शेयर में ऊपर की ओर ब्रेकआउट आया और तेजी का दौर बना। इसका लक्ष्य अब 420 रुपए का है और चार्ट के पैटर्न से साफ है कि 410 के करीब इसे रेसिस्टेंस मिलेगा। वॉल्यूम कम होने की वजह से यह अपने लक्ष्य पर पूरी तरह से नहीं भी जा सकता है। इसमें 390 रुपए का स्टॉपलॉस लगाकर लंबी पोजीशन ली जा सकती है और 410 से ऊपर इसमें कवरिंग की जा सकती है।
सुजलॉन
मौजूदा भाव: 246.30 रु.
लक्ष्य: 290 रु.(लंबी अवधि में)
यह शेयर 245-250 रुपए के अहम रेसिस्टेंस स्तर के करीब है। अगर यह 250 से ऊपर बंद होता है तो यह अपना ब्रेकआउट पूरा करेगा और यह 290 के स्तर तक जा सकता है। दस सत्रों के नजरिए से इसे इकट्ठा किया जा सकता है और 237 रुपए का स्टॉपलॉस रखा जा सकता है। अगर यह 250 से ऊपर बंद हो तो इसमें पोजीशन बढ़ाई जा सकती है।
(यहां दिए गए लक्ष्य और अनुमानित उतार-चढ़ाव अगले पांच सत्रों के लिए हैं।)
शेयर पर नजर
स्टरलाइट इंडस्ट्रीज
स्टरलाइट इंडस्ट्रीज इंडिया (जो ब्रिटेन के वेदांता रिर्सोसेस का भी एक हिस्सा है) को उच्चतम न्यायालय की ओर से उड़ीसा के लांजीगढ़ इलाके की बॉक्साइट खदान में खनन का काम करने की स्वीकृति मिल जाने से ऐसा लगता है कि यह शेयर बाजार में सबका ध्यान खींचने में सफल साबित होगा।
वेदांता दरअसल उड़ीसा के नियमगिरि इलाके में खुदाई के जरिए अपनी एल्युमिना रिफाइनरी के लिए कच्चा माल चाहती है, जो इस कंपनी के 80 करोड़ डॉलर के प्रोजेक्ट का एक हिस्सा है। रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी रिफाइनरी में अपना उत्पादन बढ़ाकर 10 लाख टन करना चाहती है जबकि खनन का काम अगले 3 से 6 महीनों के दौरान शुरू किए जाने की उम्मीद है।
मालूम हो कि इस प्रोजेक्ट से पर्यावरण को संभावित नुकसान को लेकर विरोध प्रदर्शन भी हुए थे। इसके चलते उच्चतम न्यायालय ने इस प्रोजेक्ट पर रोक लगाई थी, लेकिन अब न्यायालय ने अपनी स्वीकृति दे दी है। अब कंपनी को बस पर्यावरण एवं वन मंत्रालय की स्वीकृति की दरकार है।
सप्ताह का शेयर
एलिकॉन इंजीनियरिंग
गुजरात की मैटेरियल हेंडलिंग उपकरणों की निर्माता कंपनी एलिकॉन इंजीनिरिंग कंपनी(एलिकॉन) का शेयर पिछले सप्ताह कुल 524.20 करोड़ रुपये के पांच नए ऑर्डर हासिल करने के बाद 32.14 फीसदी की बढ़त के साथ 118.20 रुपए पर पहुंच गया। कंपनी ने इन ऑर्डरों की घोषणा बुधवार 6 अगस्त को कारोबारी सत्र के दौरान की थी।
31 जुलाई तक कंपनी की ऑर्डर बुक 1,800 करोड़ रुपये की थी। यह ऑर्डर अगले 24 से 36 महीनों में पूरे किए जाने हैं। बीते सप्ताह एलिकॉन का काउंटर 9.79 लाख के औसत कारोबार के साथ डिमांड में बना रहा। यह कारोबार बीते सप्ताह की तुलना में 9 गुना अधिक है।
साल दर साल आधार पर इसके मुनाफे में वित्तीय वर्ष 2009 की पहली तिमाही तक 4.6 फीसदी का इजाफा हुआ और कंपनी की शुद्ध बिक्री साल दर साल के आधार 29 फीसदी बढ़कर 167 करोड़ रुपये पर पहुंच गई। चालू वर्ष के लिए कंपनी ने अपना कारोबार 826 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 1,100 करोड़ रुपए करने का लक्ष्य रखा है। उसे नया प्लांट आगामी अक्टूबर तक शुरू हो जाने की उम्मीद है।