facebookmetapixel
Test Post कैश हुआ आउट ऑफ फैशन! अक्टूबर में UPI से हुआ अब तक का सबसे बड़ा लेनदेनChhattisgarh Liquor Scam: पूर्व CM भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य को ED ने किया गिरफ्तारFD में निवेश का प्लान? इन 12 बैंकों में मिल रहा 8.5% तक ब्याज; जानिए जुलाई 2025 के नए TDS नियमबाबा रामदेव की कंपनी ने बाजार में मचाई हलचल, 7 दिन में 17% चढ़ा शेयर; मिल रहे हैं 2 फ्री शेयरIndian Hotels share: Q1 में 19% बढ़ा मुनाफा, शेयर 2% चढ़ा; निवेश को लेकर ब्रोकरेज की क्या है राय?Reliance ने होम अप्लायंसेस कंपनी Kelvinator को खरीदा, सौदे की रकम का खुलासा नहींITR Filing 2025: ऑनलाइन ITR-2 फॉर्म जारी, प्री-फिल्ड डेटा के साथ उपलब्ध; जानें कौन कर सकता है फाइलWipro Share Price: Q1 रिजल्ट से बाजार खुश, लेकिन ब्रोकरेज सतर्क; क्या Wipro में निवेश सही रहेगा?Air India Plane Crash: कैप्टन ने ही बंद की फ्यूल सप्लाई? वॉयस रिकॉर्डिंग से हुआ खुलासाPharma Stock एक महीने में 34% चढ़ा, ब्रोकरेज बोले- बेचकर निकल जाएं, आ सकती है बड़ी गिरावट

यूपी में दवा कारोबार को मिलेगा नया बूस्ट, ललितपुर फार्मा पार्क में प्लॉट का अलॉटमेंट शुरू

औद्योगिक रूप से पिछड़े कहे जाने वाले बुंदेलखंड में फार्मा पार्क और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में मेडिकल डिवाइस पार्क से उत्तर प्रदेश में दवा उद्योग को रफ्तार मिलेगी।

Last Updated- April 21, 2025 | 10:18 AM IST
Pharma Park
Representative Image

सोमवार से ही बुंदेलखंड के ललितपुर में बन रहे फार्मा पार्क के लिए भूखंडो का आवंटन शुरू कर दिया गया है। वहीं यमुना एकसप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) के सेक्टर में पहले 350 एकड़ में बन रहे मेडिकल डिवाइस पार्क का विस्तार कर इसे अब 500 एकड़ में बनाया जाएगा। उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीसीडा) ने ललितपुर में बल्क ड्रग और फार्मास्यूटिकल फार्मा पार्क की स्थापना के लिए औद्योगिक भूखंड योजना की शुरुआत की है। योजना के तहत औद्योगिक भूखंडों की आवंटन दर 1914 रूपये प्रति वर्ग मीटर निर्धारित की गई है। अगर कोई इकाई आवंटन के उपरांत एकमुश्त भुगतान करती है, तो उसे कुल धनराशि पर 2 फीसदी की अतिरिक्त छूट दी जाएगी।

लॉजिस्टिक्स ज़ोन और 24 घंटे बिजली से लैस परियोजना

यूपीसीडा अधिकारियों ने बताया कि परियोजना को आधुनिक और सक्षम बनाने के लिए कई प्रमुख सुविधाएं विकसित की गई हैं। इनमें चौड़ी सड़कों का निर्माण, कॉमन लॉजिस्टिक्स और कमर्शियल ज़ोन, सुरक्षा के लिए बाउंड्री फेंसिंग, जल निकासी हेतु स्टॉर्म वाटर ड्रेनेज सिस्टम, आपातकालीन सेवा केंद्र, 3.53 टीपीडी क्षमता वाली कचरा प्रबंधन प्रणाली, 75 टीपीएच क्षमता वाली स्टीम वितरण प्रणाली और 33/11 केवी सब-स्टेशन शामिल हैं, जो 24 घंटे निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करेगा।

Also read: टूरिज्म की रेस में आगे निकलने की होड़! अरुणाचल से अयोध्या तक – एक नई पर्यटन क्रांति की तैयारी

ललितपुर फार्मा पार्क के लिए आदर्श लोकेशन

यूपीसीडा का कहना है कि फार्मा पार्क के लिए उद्यमियों को बेहतर कनेक्टिविटी की सुविधा मिलेगी। अधिकारियों के मुताबिक, ललितपुर की कनेक्टिविटी इसे एक आदर्श औद्योगिक स्थल बनाती है। सड़क मार्ग के जरिए ललितपुर एमडीआर 35 बी से जुड़ा हुआ है और एनएच 44 व एनएच 539 भी इसके करीब ही है। इसके अलावा रेल मार्ग के जरिए टीकमगढ़ रेलवे स्टेशन और ललितपुर रेलवे जंक्शन इसे देश के विभिन्न हिस्सों से जोड़ते हैं। वहीं, हवाई कनेक्टिविटी के मामले में ललितपुर के लिए 125 किलोमीटर दूर स्थित खजुराहो व 385 किमी पर मौजूद लखनऊ एयरपोर्ट प्रमुख विकल्प हैं। साथ ही ललितपुर से 50 किमी पर मौजूद हवाई पट्टी भविष्य की संभावनाओं को और बल देती है।

स्थानीय युवाओं को मिलेगा रोजगार

यूपीसीडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी मयूर माहेश्वरी ने कहा कि ललितपुर में बन रहा बल्क ड्रग और फॉर्मुलेशन फार्मा पार्क उत्तर प्रदेश में फार्मास्यूटिकल क्षेत्र को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा। इस पार्क में निवेशकों को आधुनिक सुविधाएं जैसे चौड़ी सड़कें, स्वच्छ और सुरक्षित वातावरण, स्टीम नेटवर्क और 24 घंटे बिजली उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि यह परियोजना स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर सृजित करेगी और प्रदेश की औद्योगिक समृद्धि को गति देगी।

Also read: Yogi Govt ने गन्ना किसानों, चीनी मिल मालिकों के लिए किया बड़ा एलान

यीडा मेडिकल डिवाइस पार्क का क्षेत्रफल बढ़ा

ललितपुर फार्मा पार्क में भूखंड के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया, सरल और पारदर्शी प्रणाली पर आधारित है। यहां उपलब्ध औद्योगिक भूखंडों की सूची, नियम एवं शर्तें, नियमावली और आवेदन पत्र यूपीसीडा की वेबसाइटों पर उपलब्ध करा दिए गए हैं। दूसरी ओर यीडा में बन रहे मेडिकल डिवाइस पार्क के लिए उद्यमियों की बढ़ती रुचि को देखते हुए प्रदेश सरकार ने इसके क्षेत्रफल को बढ़ाकर 350 एकड़ की जगह 500 एकड़ करने का फैसला किया है।

इस पार्क में अब तक 179 एकड़ में 74 कंपनियों को भूखंड आवंटित किए जा चुके हैं। इनमें से 36 ने लीज डीड भी करा ली है। मेडिकल डिवाइस पार्क में एक कंपनी का काम पूरा हो गया है जबकि 11 कंपनियों की निर्माण इकाइयों का काम चल रहा है। हाल ही में यहां औद्योगिक भूखंड लेने के लिए 40 नई कंपनियों ने अपना पंजीकरण कराया है। यीडा के सेक्टर 28 में बन रहे मेडिकल डिवाइस पार्क के करीब ही जेवर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बन कर तैयार हो चुका है।

First Published - April 21, 2025 | 10:18 AM IST

संबंधित पोस्ट