नेपाल के पर्यटन शहर पोखरा से उड़ान भरने के कुछ मिनट बाद हिमालयी पर्वतीय क्षेत्र में रविवार को दुर्घटनाग्रस्त हुए स्थानीय विमानन कंपनी के एक छोटे विमान में मुंबई के रहने वाले एक परिवार के चार सदस्यों समेत 22 लोग के साथ क्या हुआ है, यह अभी भी स्पष्ट नहीं है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
विमानन कंपनी तारा एयर के एक प्रवक्ता ने बताया कि ट्विन ओट्टर 9एन-एईटी विमान ने पोखरा से पूर्वाह्न करीब 10 बजे उड़ान भरी थी, लेकिन 15 मिनट बाद ही उसका नियंत्रण टॉवर से संपर्क टूट गया। ‘द राइजिंग नेपाल’ अखबार की खबर के मुताबिक नेपाली सेना के मेजर जनरल बाबूराम श्रेष्ठ ने रविवार शाम को बताया कि विमान का पता लगा लिया गया है। उन्होंने बताया कि विमान को मुस्तांग जिले के थासांग ग्रामीण नगरपालिका के ऊपरी लरीकोटा के लनिंगचोगला इलाके में जलते हुए देखा गया है।
अखबार के मुताबिक, विमान में सवार यात्रियों और चालक दल के सदस्यों का क्या हुआ, इसकी जानकारी तत्काल नहीं मिल सकी है। प्रवक्ता सुदर्शन बरतौला ने बताया कि विमान में चार भारतीय, दो जर्मन और 13 नेपाली यात्रियों के अलावा चालक दल के तीन नेपाली सदस्य सवार थे।
विमानन कंपनी ने यात्रियों की सूची जारी की है, जिसमें भारतीयों की पहचान अशोक कुमार त्रिपाठी, उनकी पत्नी वैभवी बांडेकर (त्रिपाठी) और उनके बच्चों धनुष त्रिपाठी तथा ऋतिका त्रिपाठी के रूप में की गई है। यह परिवार मौजूदा समय में मुंबई के नजदीक ठाणे में रहता है।
नेपाल में भारतीय दूतावास ने ट्वीट किया, तारा एयर उड़ान संख्या 9एनएईटी ने आज पूर्वाह्न 9 बजकर 55 मिनट पर पोखरा से उड़ान भरी थी। इसमें चार भारतीयों समेत 22 लोग सवार थे। यह विमान लापता हो गया है। तलाश और बचाव अभियान जारी है। दूतावास उनके परिवारों के संपर्क में है। माय रिपब्लिका समाचार पत्र ने पोखरा हवाई अड्डे के सूचना अधिकारी देव राज अधिकारी के हवाले से बताया कि चालक दल के सदस्यों का नेतृत्व कैप्टन प्रभाकर प्रसाद घिमिरे कर रहे थे। उत्सव पोखरेल सह चालक और किसमी थापा विमान परिचारिका के रूप में विमान के चालक दल में शामिल थे।