अमेरिकी वायु सेना ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के क्षेत्र में एक बड़ी सफलता हासिल की है। पिछले साल किए गए एक परीक्षण में, AI से लैस विमान (X-62A VISTA) ने असल में उड़ रहे F-16 लड़ाकू जेट को हवाई लड़ाई में हरा दिया। यह पहली बार है जब किसी AI विमान ने मानव पायलट वाले विमान को युद्धाभ्यास में मात दी है। इस उपलब्धि को “एयरोस्पेस मशीन लर्निंग” में एक बड़ी छलांग के रूप में देखा जा रहा है।
AI विमान ने लगातार बेहतर प्रदर्शन किया
अमेरिकी वायु सेना टेस्ट पायलट स्कूल (USAF TPS) और डिफेंस एडवांस्ड रिसर्च प्रोजेक्ट्स एजेंसी (DARPA) को इस सफलता का श्रेय दिया गया है। यह परीक्षण DARPA के एयर कॉम्बैट इवोल्यूशन (ACE) कार्यक्रम का हिस्सा था, जिसमें बाद में भी इसी तरह की कई हवाई लड़ाइयां हुईं और AI विमान ने लगातार बेहतर प्रदर्शन किया।
दशकों से “बिना इंसान के हवा से हवा में युद्ध” की कल्पना की जाती रही है, लेकिन अब यह सपना हकीकत बन गया है। 2023 में, अमेरिकी वायु सेना ने एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की। उन्होंने X-62A विमान का इस्तेमाल कर AI से लैस विमान को असल में उड़ रहे F-16 लड़ाकू जेट से हवाई लड़ाई में भिड़ाया और जीत हासिल की। अमेरिकी वायु सेना सचिव फ्रैंक केंडल ने इसे “लड़ाकू विमानन में सबसे महत्वपूर्ण बाधाओं में से एक को तोड़ने वाला क्षण” बताया।
टीम ने एक साल से भी कम समय में ये कारनामा कर दिखाया
चौंकाने वाली बात ये है कि X-62A ACE टीम ने मात्र एक साल से भी कम समय में ये कारनामा कर दिखाया। उन्होंने न सिर्फ X-62A विमान में AI को शामिल किया बल्कि असल हवाई युद्ध का अभ्यास कराया, जिसे “डॉगफाइट” के नाम से जाना जाता है। हालांकि परीक्षण की तारीख का खुलासा नहीं हुआ है, लेकिन यह कैलिफोर्निया के एडवर्ड्स एयर फ़ोर्स बेस में हुआ था।
X-62A विमान को सुरक्षा पायलटों के साथ उड़ाया जाता है जो जरूरत पड़ने पर AI को बंद कर सकते हैं। हालांकि, इस परीक्षण के दौरान ऐसा करने की बिल्कुल भी जरूरत नहीं पड़ी। रिलीज के अनुसार, मानवयुक्त F-16 के साथ हवाई लड़ाई के दौरान किसी भी समय सुरक्षा पायलटों को दखल देने की जरूरत नहीं पड़ी।
तेज रफ्तार और रोमांचकारी “नोज टू नोज की लड़ाई” देखने को मिली
एयर फ़ोर्स रिसर्च लेब (AFRL) के मुताबिक, इस हवाई लड़ाई में दोनों विमानों के बीच काफी तेज रफ्तार और रोमांचकारी “नोज टू नोज की लड़ाई” देखने को मिली, जिसमें AI से लैस विमान और मानवयुक्त F-16 करीब 2,000 फीट की ऊंचाई पर 1200 मील प्रति घंटे की रफ्तार से एक दूसरे का पीछा कर रहे थे। गौरतलब है कि X-62A विमान ने इस हवाई लड़ाई में “non-deterministic artificial intelligence” का इस्तेमाल किया।
अन्य क्षेत्रों में भी इस सिस्टम का उपयोग किया जा सकता है
अमेरिकी वायु सेना के परीक्षण पायलट बिल ग्रे इस परीक्षण से काफी उत्साहित हैं। AFRL रिलीज में वह कहते हैं कि X-62A कार्यक्रम को देखना और इसे ऑटोमेट कंट्रोल में हवाई लड़ाई करते हुए देखना वाकई रोमांचकारी था।
हालांकि उनका मानना है कि यह सिर्फ शुरुआत है। ग्रे का कहना है कि इस परीक्षण से मिली सीख न सिर्फ हवाई युद्ध में बल्कि किसी भी ऐसे कार्य में लागू की जा सकती है जिसे हम किसी ऑटोनोमस प्रणाली को सौंपना चाहें।
उनका कहना है कि मशीन लर्निंग के क्षेत्र में मिली सफलताएं आगे भी जारी रहेंगी और X-62A विमान से सीखे गए सबक को भविष्य के कार्यक्रमों में शामिल किया जाएगा।