यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदीमिर जेलेंस्की ने रविवार को कहा कि बंदरगाह शहर मारियुपोल पर आक्रमण इतिहास में दर्ज होगा क्योंकि रूसी सैनिकों ने जो किया वह युद्ध अपराध है। जेलेंस्की ने वीडियो के माध्यम से राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा, ‘एक शांतिपूर्ण शहर पर आक्रमण करने वालों ने जो किया, वह एक ऐसा आतंक है जिसे आने वाली सदियों तक याद किया जाएगा।’
रूसी सेना से चारों ओर से घिरे और युद्ध से सबसे अधिक प्रभावित यूक्रेन के बंदरगाह शहर मारियुपोल में रूस के सैनिक और भीतरी क्षेत्र तक प्रवेश कर गए हैं। मारियुपोल में भीषण लड़ाई के कारण एक प्रमुख इस्पात संयंत्र को बंद कर दिया गया है और स्थानीय अधिकारियों ने पश्चिमी देशों से और अधिक मदद करने की अपील की। राजधानी कीव में एक अस्थायी अनाथालय में कम से कम 20 बच्चे फंसे हुए हैं। मारियुपोल के पुलिस अधिकारी माइकल वर्शनिन ने एक वीडियो के जरिये पश्चिमी देशों के नेताओं से अपील करते हुए कहा, ‘बच्चे, बुजुर्ग मर रहे हैं। शहर नष्ट हो गया है और इसका नामोनिशान मिटाया जा रहा है।’ रूसी सेना ने मारियुपोल को अजोव सागर से संपर्क पहले ही काट दिया है। यूक्रेन के गृह मंत्री के सलाहकार वादिम डेनिसेंको ने कहा कि यूक्रेन और रूसी सेना के बीच मारियुपोल में अजोवस्टल इस्पात को लेकर भीषण लड़ाई हुई। डेनिसेंको ने कहा, ‘यूरोप में सबसे बड़े इस्पात संयंत्रों में से एक वास्तव में नष्ट हो रहा है।’
मारियुपोल नगर परिषद ने दावा किया कि रूसी सैनिकों ने शहर के कई हजार निवासियों को जबरन रूस भेज दिया जिनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे थे।
रूसी बलों से घिरे यूक्रेन के मारियुपोल के प्रशासन का कहना है कि पिछले सप्ताह में करीब 40,000 लोग शहर छोड़कर चले गए जो कि इस शहर की 4,30,000 की आबादी का करीब 10 फीसदी है। अजोव सिटी पोर्ट शहर की नगर परिषद ने कहा कि 39,426 निवासी अपने निजी वाहनों से मारियुपोल से सुरक्षित निकल चुके हैं।