पाकिस्तान सरकार की एजेंसियों ने गेहूं की जमाखोरी के बारे में सूचना देने पर इनाम देने की घोषणा की है।
पाकिस्तान सरकार कीमतों को काबू में करने की कवायद में लगी है जबकि आपूर्ति में दिक्कत की वजह से उसकी कोशिशें कामयाब नहीं होती दिख रही हैं। विश्व खाद्य संकट के बीच देश में भी खाद्यान्न संकट गहरा रहा है औै ऐसे में सभी देश अपने अपने तरीके से खाद्य पदार्थों की कीमतों को काबू में करने की कोशिश कर रहे हैं।
पाकिस्तान में बड़े पैताने पर जमाखोर मौजूद हैं। उनकी जमाखोरी का आलम यह है कि बाजार में खाद्य पदार्थों की कमी दिखने लगी है। इसके चलते कैबिनेट ने सोमवार को जमाखोरों के बारे में सूचना देने पर ईनाम देने की घोषणा करनी पड़ी। पाकिस्तान में महंगाई दर ने पिछले 30 सालों का का रिकॉर्ड तोड़ दिया है और यह 17.2 फीसदी तक पहुंच गई है। इसके चलते आटे के भाव भी आसमान छूने लगे हैं।
पाकिस्तान सरकार का आरोप है कि जमाखोरों की वजह से आपूर्ति बाधित हो रही है जिसकी वजह से कीमतों में उछाल आ रहा है। इस साल की शुरूआत में सरकारी एजेंसियों ने अर्द्धसैनिक बलों को गेहूं ले जाने वाले ट्रकों की जांच करने का आदेश दिया था। सरकार ने इनाम की राशि के बारे में नहीं बताया है।