यूरोपीय संघ के नेताओं ने करीब पांच दिनों तक हुए एक शिखर सम्मेलन के बाद कोरोनावायरस से प्रभावित अर्थव्यवस्थाओं के लिए एक व्यापक प्रोत्साहन योजना पर ऐतिहासिक समझौता किया है। इससे यूरोपीय आयोग के लिए यूरोपीय संघ के कार्यकारी से सभी 27 देशों के लिए पूंजी बाजार से अरबों यूरो जुटाने का रास्ता साफ होगा। यूरोप के एकीकरण के लगभग सात दशक में एकजुटता यह एक अभूतपूर्व पहल है।
शिखर सम्मेलन के चेयरमैन चाल्र्स माइकल ने इसे यूरोप के लिए एक निर्णायक घड़ी कहा। हालांकि कई लोगों ने कोरोनावायरस वैश्विक महामारी के बीच इस शिखर सम्मेलन की विफलता से आर्थिक संकट के वर्षों बाद और ब्रिटेन के रुखसत होने के बाद इसकी व्यावहारिकता के बारे में आशंका जताई थी। इस खबर के आने के बाद दुनिया भर के शेयर बाजार में फरवरी के बाद तेजी आई है और यूरो में मार्च के बाद सबसे अधिक बढ़त दर्ज की गई।
इस खबर से उत्साहित एक व्यक्ति ने कहा, ‘इस समझौते ने स्पष्ट संदेश दिया है कि यूरोप काम करने वाली ताकत है।’ फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों ने इसे वास्तव में एक ऐतिहासिक समझौता करार दिया है। उन्होंने जर्मनी की चांसलर एंजेला मार्केल के साथ इस समझौते को आगे बढ़ाया। नेताओं ने उम्मीद जताई है कि 750 अरब यूरो यानी 857.33 अरब डॉलर के सुधार फंड और इससे संबंधित 2021-2027 के लिए 1.1 लाख करोड़ यूरो के बजट से यूरोपीय महाद्वीप में कोरोनावायरस के कारण पैदा हुई द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद की सबसे बड़ी मंदी से निपटने में मदद मिलेगी।