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जहाज विनिर्माण, मरम्मत केंद्र की स्थापना को द. कोरिया, जापान से निवेश-प्रौद्योगिकी चाहता है भारत

वर्तमान में, भारत के पास वैश्विक जहाज विनिर्माण बाजार का एक प्रतिशत से भी कम हिस्सा है। इस बाजार में चीन, दक्षिण कोरिया और जापान का दबदबा है।

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भाषा   
Last Updated- September 15, 2024 | 3:13 PM IST

भारत देश में घरेलू जहाज आपूर्ति शृंखला को बढ़ावा देने के लिए जहाज विनिर्माण और जहाज मरम्मत केंद्र (क्लस्टर) स्थापित करने के लिए दक्षिण कोरिया और जापान से निवेश और प्रौद्योगिकी हस्तांतरण की मांग कर रहा है। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी यह बात कही है।

वर्तमान में, भारत के पास वैश्विक जहाज विनिर्माण बाजार का एक प्रतिशत से भी कम हिस्सा है। इस बाजार में चीन, दक्षिण कोरिया और जापान का दबदबा है। बंदरगाह, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय के सचिव टी के रामचंद्रन ने यहां पत्रकारों से कहा, “हम भारत में जहाज विनिर्माण और जहाज मरम्मत केंद्र स्थापित करने के लिए निवेश और प्रौद्योगिकी हस्तांतरण के लिए दक्षिण कोरिया और जापान की ओर देख रहे हैं।”

रामचंद्रन 20वीं समुद्री राज्य विकास परिषद (एमएसडीसी) में भाग लेने के लिए गोवा में थे, जहां कई राज्यों में एक विशाल जहाज विनिर्माण पार्क की योजना पर चर्चा की गई। उन्होंने कहा, “हमने उनसे (दक्षिण कोरिया और जापान से) कहा है कि आप अपनी प्रौद्योगिकी और निवेश के साथ आइए, हम आपको जहाज निर्माण और जहाज मरम्मत कलस्टर स्थापित करने के लिए जमीन उपलब्ध कराएंगे।”

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रामचंद्रन ने कहा कि केंद्रीय बंदरगाह, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखकर कहा है कि यदि जापानी या कोरियाई कंपनियां उनके राज्यों में जहाज निर्माण और जहाज मरम्मत कलस्टर स्थापित करने में रुचि दिखाती हैं तो उन्हें तुरंत जमीन उपलब्ध करानी चाहिए।

First Published : September 15, 2024 | 3:13 PM IST (बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)