प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ मालदीव के मंत्रियों की अपमानजनक टिप्पणियों पर राजनयिक विवाद पैदा होने के बाद भारतीय पर्यटकों ने वहां की इतनी बुकिंग रद्द की है कि मालदीव में हड़कंप मच गया है। परेशान होकर मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने मंगलवार को चीन से उनके देश में अधिक पर्यटकों को भेजने के प्रयासों को तेज करने का आग्रह किया।
चीन की अपनी पांच दिवसीय आधिकारिक यात्रा के दूसरे दिन मुइज्जू ने मंगलवार को फुजियान प्रांत में ‘मालदीव बिजनेस फोरम’ को संबोधित करते हुए चीन को द्वीपीय राष्ट्र का ‘निकटतम सहयोगी’ बताया। मालदीव के राष्ट्रपति ने कहा, ‘चीन हमारे सबसे करीबी सहयोगियों और विकास साझेदारों में से एक है।’
अपने संबोधन के दौरान उन्होंने 2014 में चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग द्वारा शुरू की गई ‘बेल्ट ऐंड रोड इनिशिएटिव’ (बीआरआई) परियोजनाओं की प्रशंसा की और कहा कि ‘उन्होंने (चिनफिंग) मालदीव के इतिहास में देखी गई सबसे महत्त्वपूर्ण बुनियादी ढांचा परियोजनाएं प्रदान की हैं।’ मुइज्जू ने चीन से अधिक से अधिक संख्या में मालदीव में अपने पर्यटकों भेजने का आग्रह किया।
वहीं, मालदीव की मीडिया की रिपोर्ट में बताया गया कि दोनों देशों ने हिंद महासागर द्वीप में एक एकीकृत पर्यटन क्षेत्र विकसित करने के लिए पांच करोड़ अमेरिकी डॉलर की परियोजना पर हस्ताक्षर किए हैं।
चीनी पर्यटकों के लिए मुइज्जू की अपील मालदीव के कुछ मंत्रियों द्वारा प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियों के बाद एक राजनयिक विवाद के बीच आई है, जब मोदी ने लक्षद्वीप की अपनी हालिया यात्रा के दौरान एक प्राचीन समुद्र तट पर अपना एक वीडियो साझा किया था। मुइज्जू की सरकार ने सोशल मीडिया पर मोदी के खिलाफ अपमानजनक पोस्ट के लिए तीन उप मंत्रियों को निलंबित कर दिया है।
बिफरा मालदीव का पर्यटन उद्योग
मालदीव पर्यटन उद्योग संघ (एमएटीआई) ने सोमवार को जारी बयान में कहा कि वह भारत और प्रधानमंत्री मोदी के बारे में की गई टिप्पणियों की कड़ी निंदा करता है। पर्यटन निकाय ने कहा, ‘मालदीव के पर्यटन उद्योग में भी भारत का निरंतर और महत्त्वपूर्ण योगदान रहा है।
उसने कोविड-19 के बाद सीमाएं दोबारा खुलने पर हमारे पुनरुद्धार प्रयासों में काफी मदद की है। भारत मालदीव के लिए शीर्ष बाजारों में से एक बना हुआ है।’