लद्दाख के पूर्वी क्षेत्र में चीन की सेना के साथ जारी गतिरोध के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को कहा कि भारत शांतिपूर्ण तरीके से सीमा मुद्दे के हल के लिए प्रतिबद्ध है और दुनिया की कोई ताकत भारतीय सैनिकों को लद्दाख क्षेत्र में हमारी सीमा पर गश्त लगाने ने नहीं रोक सकती है। सिंह ने कहा कि हमने राजनयिक एवं कूटनीतिक माध्यम से पड़ोसी देश को बता दिया है कि यथास्थिति में एकतरफा ढंग से बदलाव का कोई भी प्रयास अस्वीकार्य होगा।
राजनाथ सिंह ने पूर्वी लद्दाख की स्थिति पर राज्यसभा में दिए अपने बयान में कहा चीन की गतिविधियों से पूरी तरह से स्पष्ट है कि उसकी कथनी और करनी में अंतर है क्योंकि जब बातचीत चल रही थी तब उसने यथास्थिति को बदलने का प्रयास किया जिसे हमारे सैन्य बलों ने विफल कर दिया। उन्होंने कहा, ‘हम पूर्वी लद्दाख में चुनौती का सामना कर रहे हैं लेकिन इसमें कोई संदेह नहीं है कि हमारे वीर जवान इस चुनौती पर खरे उतरेंगे। हम मुद्दे को शांतिपूर्ण ढंग से हल करना चाहते हैं और हम देश की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता को लेकर पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।’ रक्षा मंत्री इस मुद्दे पर पूर्व रक्षा मंत्री एंटनी द्वारा मांगे गए स्पष्टीकरण पर जवाब दे रहे थे जिसमें एंटनी ने कहा था कि गलवान घाटी में भी हमारे सैनिकों को अब उस बिंदु तक गश्त करने की अनुमति नहीं है जहां वे पहले गश्त करते थे।
राजनाथ सिंह ने कहा, ‘मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि संघर्ष और आमना-सामना इसी के कारण (गश्त के मुद्दे) है। गश्त का पैटर्न पारंपरिक और अच्छी तरह से परिभाषित है।’