पाकिस्तान में आम चुनाव के लिए गुरुवार सुबह आठ बजे मतदान प्रारंभ हुआ जिसमें पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ सेना के समर्थन से चौथे कार्यकाल की उम्मीद कर रहे हैं। मतदान सुबह शुरू हुआ जो शाम पांच बजे तक जारी रहेगा।
मतदान शुरू होने के कुछ ही देर बाद ‘बिगड़ते सुरक्षा हालात’ के मद्देनजर देश भर में मोबाइल सेवाओं को निलंबित कर दिया गया। वहीं, खैबर पख्तूनख्वा में आतंकवादी हमले में चुनावी ड्यूटी पर तैनात चार पुलिसकर्मियों की मौत होने और छह अन्य के घायल होने की भी खबर है।
चुनाव से ठीक एक दिन पहले बुधवार को अशांत बलूचिस्तान प्रांत में दो धमाकों में कम से कम 30 लोग मारे गए थे। सुरक्षा कारणों से अफगानिस्तान और ईरान के साथ लगती सीमा को गुरुवार को बंद किया गया है।
देशभर के कुल 12,85,85,760 मतदाता इन चुनावों में अपने मताधिकारों का इस्तेमाल कर सकेंगे। मतदान के मद्देनजर आज देश में सार्वजनिक अवकाश घोषित किया गया है। मतदान पूरा होने के तत्काल बाद मतों की गिनती शुरू हो जाएगी। आम चुनाव के लिए लगभग 6,50,000 सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं।
गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने ‘जियो न्यूज’ से कहा कि हाल के आंतकवादी हमलों में लोगों की जानें गई है इसलिए ‘‘ हमने मतदान वाले दिन मोबाइल सेवाएं बंद करने का निर्णय किया है।’’
ऐसी खबरें भी हैं कि कराची और पेशावर सहित कुछ शहरों में फोन सेवाएं भी प्रभावित हुई हैं। निर्दलीय उम्मीदवार मुस्तफा नवाज खोखर ने मोबाइल फोन सेवाओं के निलंबन पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि मतदान के दिन मोबाइल नेटवर्क बंद करना ‘‘चुनाव के दिन धांधली की शुरुआत है।’’
उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा मतदान वाले दिन उम्मीदवार का उसके एजेंट और कर्मियों से संपर्क समाप्त कराना स्वीकार्य नहीं है। मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) सिकंदर सुल्तान राजा ने कहा कि चुनाव शांति पूर्ण माहौल में कराए जाएंगे। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि टीवी पर मोबाइल सेवा बंद होने की खबर देखी हैं, ऐसे फैसले गृह मंत्रालय लेता है।
उन्होंने कहा,‘‘ हम हस्तक्षेप नहीं करेंगे सुरक्षा पाकिस्तान निर्वाचन आयोग की जिम्मेदारी नहीं है।’’ उन्होंने कहा कि ईसीपी सेवाएं पुन: शुरू करने के लिए मंत्रालय से नहीं कहेगा।
सीईसी राजा ने कहा , ‘‘अगर हम उनसे मोबाइल सेवा शुरू करने के लिए कहते हैं और कोई आतंकवादी हमला हो जाए तो कौन जिम्मेदार होगा।’’
पाकिस्तान निर्वाचन आयोग (ईसीपी) के अनुसार नेशनल असेंबली के लिए 5,121 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं जिनमें से 4,807 पुरुष, 312 महिलाएं और दो ट्रांसजेंडर शामिल हैं। चार प्रांतीय विधानसभाओं के लिए 12,695 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें 12,123 पुरुष, 570 महिलाएं और दो ट्रांसजेंडर शामिल हैं।