प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल-थानी के साथ बातचीत के बाद कहा कि भारत-कतर संबंध लगातार मजबूत हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि दोनों पक्ष भविष्य के क्षेत्रों में सहयोग करने पर विचार कर रहे हैं। कतर सरकार द्वारा भारतीय नौसेना के उन आठ पूर्व कर्मियों को रिहा किए जाने के कुछ दिन बाद यह बैठक हुई जिन्हें अगस्त, 2022 में गिरफ्तारी के बाद मौत की सजा सुनाई गई थी।
मोदी ने अमीर के साथ अपनी मुलाकात को ‘अद्भुत’ बताया और कहा कि विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को गहरा करने के तरीकों पर चर्चा की गई। प्रधानमंत्री की दो दिवसीय यात्रा गुरुवार को संपन्न हो गई।
प्रधानमंत्री ने ‘एक्स’ पर कहा, ‘शेख तमीम बिन हमद अल-थानी के साथ सार्थक बैठक हुई। हमने भारत-कतर संबंधों की पूरी श्रृंखला की समीक्षा की और विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की। दोनों देश भविष्य के क्षेत्रों में सहयोग करने के लिए भी तत्पर हैं।’
चर्चा व्यापार और निवेश, ऊर्जा, अंतरिक्ष, सांस्कृतिक तथा लोगों से लोगों के बीच संबंधों के क्षेत्रों में सहयोग को और बढ़ाने एवं द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर केंद्रित रही।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने मोदी तथा अमीर के बीच बैठक को ‘सार्थक’ बताया और कहा कि प्रधानमंत्री ने कतर के नेता को उस देश में भारतीय समुदाय के कल्याण के लिए धन्यवाद दिया।
प्रधानमंत्री ने आठ भारतीय नागरिकों की रिहाई के लिए भी कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल-थानी को धन्यवाद दिया। भारतीय नौसेना के आठ पूर्व कर्मियों को अगस्त, 2022 में यहां गिरफ्तार किए जाने के बाद मौत की सजा सुनाई गई थी। निजी कंपनी अल दहरा के साथ काम करने वाले भारतीय नागरिकों को जासूसी के एक कथित मामले में गिरफ्तार किया गया था।
मोदी संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की दो दिवसीय यात्रा के बाद बुधवार की रात दोहा पहुंचे थे। यह प्रधानमंत्री की कतर की दूसरी यात्रा है। इससे पहले वह जून 2016 में कतर पहुंचे थे। अपने आगमन के तुरंत बाद मोदी ने कतर के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल थानी से मुलाकात की। वह कतर के विदेश मंत्री भी हैं।
विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘दोनों नेताओं ने व्यापार, निवेश, ऊर्जा, वित्त और प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने पर विचारों का आदान-प्रदान किया।’
मंत्रालय ने कहा, ‘उन्होंने पश्चिम एशिया में हाल के क्षेत्रीय घटनाक्रम पर भी चर्चा की और क्षेत्र में शांति एवं स्थिरता बनाए रखने के महत्व पर जोर दिया।’
बैठक के बाद कतर के प्रधानमंत्री ने मोदी के लिए रात्रिभोज का आयोजन किया। भारत और कतर के बीच व्यापार एवं ऊर्जा संबंध बढ़ रहे हैं। कतर भारत को तरलीकृत प्राकृतिक गैस (एलएनजी) का सबसे बड़ा आपूर्तिकर्ता है, जो भारत के वैश्विक एलएनजी आयात का 48 प्रतिशत से अधिक हिस्सा है।