facebookmetapixel
Test Post कैश हुआ आउट ऑफ फैशन! अक्टूबर में UPI से हुआ अब तक का सबसे बड़ा लेनदेनChhattisgarh Liquor Scam: पूर्व CM भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य को ED ने किया गिरफ्तारFD में निवेश का प्लान? इन 12 बैंकों में मिल रहा 8.5% तक ब्याज; जानिए जुलाई 2025 के नए TDS नियमबाबा रामदेव की कंपनी ने बाजार में मचाई हलचल, 7 दिन में 17% चढ़ा शेयर; मिल रहे हैं 2 फ्री शेयरIndian Hotels share: Q1 में 19% बढ़ा मुनाफा, शेयर 2% चढ़ा; निवेश को लेकर ब्रोकरेज की क्या है राय?Reliance ने होम अप्लायंसेस कंपनी Kelvinator को खरीदा, सौदे की रकम का खुलासा नहींITR Filing 2025: ऑनलाइन ITR-2 फॉर्म जारी, प्री-फिल्ड डेटा के साथ उपलब्ध; जानें कौन कर सकता है फाइलWipro Share Price: Q1 रिजल्ट से बाजार खुश, लेकिन ब्रोकरेज सतर्क; क्या Wipro में निवेश सही रहेगा?Air India Plane Crash: कैप्टन ने ही बंद की फ्यूल सप्लाई? वॉयस रिकॉर्डिंग से हुआ खुलासाPharma Stock एक महीने में 34% चढ़ा, ब्रोकरेज बोले- बेचकर निकल जाएं, आ सकती है बड़ी गिरावट

जनमत संग्रह के बाद अब हस्ताक्षर कार्यक्रम चलाएगा रूस, क्रेमलिन से इसकी शुरुआत करेंगे पुतिन

Last Updated- December 11, 2022 | 2:40 PM IST

रूस और यूक्रेन के बीच लंबे समय से चल रहे युद्ध के बीच एक और बड़ी खबर आ रही है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन शुक्रवार को एक हस्ताक्षर कार्यक्रम कर सकते हैं। इस साइनिंग सेरेमनी में रूस, यूक्रेन के चार और इलाकों के आधिकारिक अधिग्रहण की घोषणा करेंगे। ये घोषणा रूस के अपने तरीके के किए गए जनमत संग्रह के परिणामस्वरूप की जाएगी। हालांकि रूस के इस जनमत संग्रह को यूक्रेन समेत पश्चिम के कई देशों ने महज एक दिखावा बताया है। रूसी समर्थित अधिकारियों ने पहले ये दावा किया था कि जनमत संग्रह के इस पांच दिवसीय अभ्यास को लगभग कुल लोकप्रिय समर्थन मिला।जनमत संग्रह के लिए ये तथाकथित वोट पूर्व में लुहान्स्क(Luhansk) और डोनेट्स्क (Donetsk) में और दक्षिण में ज़ापोरिज्जिया (Zaporizhzhia) और खेरसॉन (Kherson) में हुए थे।बीबीसी न्यूज के हवाले से ऐसी खबर सामने आ रही है कि रूसी राष्ट्रपति पुतिन इस मामले में क्रेमलिन में एक भाषण देंगे।
जनमत कराने का फैसला
रूस पहले ही यूक्रेन के जीते हुए भाग में जनमत कराने का फैसला कर चुका है।  दक्षिण और पूर्वी यूक्रेन से रूस के कब्जे वाले क्षेत्र में रूस समर्थित सेना ने मंगलवार को कहा कि उनके नागरिकों ने रूस की ओर से पांच दिन तक कराए गए जनमत संग्रह में रूस में शामिल होने के लिए मतदान किया है। रूस के इस कदम की आलोचना सभी पश्चिमी देश कर रहे हैं। अमेरिका सहित पश्चिमी देश का कहना है कि रूस ने यह जनमत बंदूक के दम पर कराया है। जनमत संग्रह के मुताबिक यूक्रेन के जेपरोजिया में 93.1%, खेरसान में 87%, लुहांस्क में 98.4% और डोनेत्स्क में 99.2% लोगों के रूस के तरफ अपनी आस्था दिखाई है।

First Published - September 29, 2022 | 4:25 PM IST

संबंधित पोस्ट