सैमसंग समूह के चेयरमैन ली कुन ही अपने पद से इस्तीफा देंगे। उन पर कर में हेराफेरी और काम के प्रति लापरवाही बरतने के आरोप हैं।
दक्षिण कोरिया के इस सबसे बड़े औद्योगिक समूह का दो दशक तक ली ने नेतृत्व किया है। वहीं ली के साथ कंपनी के उपाध्यक्ष ली हक सू और अध्यक्ष किम इन जू भी जून के आखिर तक अपने पद से इस्तीफा देंगे।
कंपनी ने घोषणा की है कि स्ट्रैटेजिक प्लानिंग ऑफिस जो समूह का समन्वय करता है, को खत्म कर दिया जाएगा और कंपनी खुद को होल्डिंग कंपनी ढांचे में तब्दील कर सकती है। दूसरी ओर चेयरमैन के बेटे ली जे योंग को वापस विदेश में नियुक्त किया जाएगा।
इन इस्तीफों के बाद सैमसंग समूह के चोटी के प्रशासनिक पद खाली हो जाएंगे।सैमसंग समूह की कुल 59 इकाइयां हैं जिनमें सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स भी शामिल है। सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स एशिया में मोबाइल फोन, चिप्स और टेलीविजन बनाने वाली सबसे बड़ी कंपनी है।
पहले भी पाए गए थे दोषी
66 वर्षीय ली पर पिछले हफ्ते 11.3 करोड़ डॉलर कर की हेराफेरी का आरोप लगाया गया था। साथ ही उन पर अपने बेटे को समूह में अच्छे पद पर नियुक्त करने में सहायता करने का भी आरोप है। ली के खिलाफ जांच जनवरी में शुरू हुई जब सैमसंग के पूर्व प्रमुख अधिवक्ता किम योंग चुल ने आरोप लगाया कि समूह घूसखोरी जैसे मामलों को तवज्जो दे रहा है।
हालांकि, ली ने अपने इस्तीफे की घोषणा तो कर दी है पर उन्होंने अब तक इन आरोपों को न तो सही और न ही गलत करार दिया है। ली ने कहा, ‘मुझे खेद है कि मेरे किसी काम की जांच की जा रही है।’ पर साथ ही उन्होंने कहा कि वह जांच कार्य को अपना पूरा सहयोग देंगे। इससे पहले भी 1996 में ली को पूर्व अध्यक्षों चुन डो ह्वान और रोह टे वू को घूस देने के आरोप में दोषी करार दिया जा चुका है।
इस अपराध के लिए उन्हें तीन वर्ष तक कंपनी से निलंबित किया गया और वह दो वर्ष के लिए जेल की सजा भी काट चुके हैं। तब उन्हें अध्यक्ष किंग योम सांग ने माफ कर दिया था और उन्हें कंपनी में वापस बुला लिया गया था। ली ने 1987 में अपने पिता ली ब्युंग कल की मौत के बाद कंपनी के चेयरमैन का पद संभाला था। कल ने चार मंजिले लकड़ी के स्टोर के रूप में ग्रॉसरी के सामान बेचने के लिए डेगू के दक्षिणी शहर में 1983 में इस कंपनी की स्थापना की थी।
हिस्सेदारी का ढांचा
ली का परिवार क्रॉस शेयरहोल्डिंग के जरिए समूह की इकाइयों में अधिकार जमाए हुए है। उदाहरण के लिए कंपनी के चेयरमैन और संबंधित पार्टियों की सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स में 36 फीसदी की हिस्सेदारी है। वहीं चेयरमैन के बेटे सैमसंग एवरलैंड इंक के दूसरे सबसे बड़े मालिक हैं।
केबीसी संपत्ति प्रबंधन कॉरपोरेशन के किम हुआंग चान का कहना है कि लोगों को उम्मीद नहीं होगी कि ली पद से इस्तीफा देने जैसा बड़ा कदम उठाएंगे।