Swiss Accounts Details: स्विस बैंक (Swiss Bank) ने भारत के साथ ऐनुअल ऑटोमैटिक एक्सचेंज ऑफ इन्फॉर्मेशन (AEOI) के तहत भारतीय नागरिकों और संगठनों के स्विस बैंक खातों का चौथा डेटा सेट शेयर किया है। स्विट्जरलैंड ने भारत सहित 101 देशों के साथ लगभग 34 लाख बैंक अकाउंट का ब्योरा साझा किया है। इस डेटा से पता लगाया जा सकता है कि किन भारतीयों का कितना पैसा स्विस बैंक में रखा है और ये रकम आई कहां-कहां से है।
क्या-क्या है डेटा में ?
मीडिया रिपोटर्स के अनुसार स्विस बैंक ने जो डेटा शेयर किया है, उनमें खाताधारक का नाम, पता और उसकी नागरिकता के साथ ही साथ टैक्स आइडेंटिफिकेशन नंबर की भी जानकारी साझा की गई है। इतना ही नहीं अकाउंट बैलेंस और कैपिटल इनकम से जुड़ी जानकारी भी स्विस बैंक ने शेयर कर दी है।
डेटा मिलने के क्या है मायने ?
स्विस बैंक द्वारा साझा किया गया डेटा भारत सरकार और तमाम वित्तीय एजेंसियों के लिए बहुत ही महत्तवपूर्ण है। भारत सरकार इस डेटा का इस्तेमाल करके टैक्स चोरी, मनी लॉन्ड्रिंग और टेरर फंडिंग जैसे कामों की जांच कर सकती है। इस डेटा की मदद से उन लोगों के खिलाफ मजबूती से मामला चलाया जा सकता हैं, जिनके पास बेहिसाब संपत्ति है। क्योंकि इससे बैंक में जमा कुल धन, धन कहां-कहां से आया इसके बारे में पूरी जानकारी मिल जाती है। इतना ही नहींं प्रतिभूतियों और अन्य संपत्तियों में निवेश के जरिये प्राप्त कमाई समेत अन्य आय के बारे में जानकारी भी मिल जाती है।