भारत व ऑस्ट्रेलिया के बीच समग्र आर्थिक सहयोग समझौते (सीईसीए) पर बातचीत बढ़ाने के लिए वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और ऑस्ट्रेलिया के व्यापार, पर्यटन और निवेश मंत्री डान तेहान कुछ बैठकें करेंगे।
तेहान के कार्यालय की ओर से जारी एक आधिकारिक बयान में मंगलवार को कहा गया कि वह मुक्त व्यापार समझौते पर बातचीत आगे बढ़ाने और विद्यार्थियों व पर्यटकों के लिए बेहतर केंद्र के रूप में ऑस्ट्रेलिया को प्रमोट करने के लिए वह भारत की यात्रा करेंगे।
एक आधिकारिक बयान में कहा गया है, ‘श्री गोयल और मैंं क्रिसमस और नए साल की अवधि के दौरान नियमित संपर्क में रहे क्योंकि हम दोनोंं अंतरिम मुक्त व्यापार समझौते को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। प्रक्रिया को तेज करने के लिए आमने सामने की बैठक का स्थान कोई दूसरा तरीका नहीं ले सकता, जिससे दोनों देशों के हितों को आगे बढ़ाया जा सके। ऑस्ट्रेलिया व भारत महत्त्वपूर्ण कारोबारी साझेदार हैं और हम द्विपक्षीय संबंध और आगे बढ़ाने की मजबूत इच्छा रखते हैं।’
जल्द लाभ देने वाले समझौते को लेकर भारत व ऑस्ट्रेलिया ने बहुत कम वक्त वाली अंतिम तिथि रखी है, जो सीईसीए या मुक्त व्यापार समझौता के पहले होना है। इसके लिए 25 दिसंबर तक का वक्त रखा गया है।
सूत्रों ने कहा कि दोनों मंत्रियों के बीच बैठक अहम है क्योंकि दोनों देशों को अभी संबंधित मांग सूची को लेकर सहमत होना है।
प्रस्तावित समझौते में भारत के कपड़ा, दवा, फुटवीयर, चमड़ा के निर्यातकों के लिए बाजार तक व्यापक पहुंच और शुल्क कम किया जाना शामिल है। वहीं ऑस्ट्रेलिया डेयरी उत्पादों, दूध, महंगी वाइन और अन्य सामान पर शुल्क कम किए जाने की मांग कर रहा है।
ऑस्ट्रेलिया वित्त वर्ष 21 में भारत का 15वां सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार था। ऑस्ट्रेलिया को निर्यात की जाने वाली वस्तुओं में पेट्रोलियम उत्पाद, दवाएं, तराशे हीरे, सोने के गहने, परिधान प्रमुख हैं। वहीं ऑस्ट्रेलिया से कोयला, एल्युमिना और गैर मौद्रिक सोना भारत आता है। सेवाओं में भारत के प्रमुख निर्यात में यात्रा, टेलीकॉम और कंप्यूटर, सरकारी और वित्तीय सेवाएं शामिल हैं, वहीं ऑस्ट्रेलिया की सेवाओं में मुख्य शिक्षा व व्यक्तिगत यात्राएं शामिल हैं।
तेहान ने कहा, ‘सीईसीए में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच अवसर खोलने के मामले में बहुत क्रांतिकारी बदलाव की संभावना है। यह कोविड के बाद की रिकवरी के हिसाब से भी अहम है।’