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कर्नाटक में HMPV के दो मामले सामने आए, ICMR ने की पुष्टि, एक का इलाज जारी, एक स्वस्थ्य

हालांकि, सैंपल की अभी तक सरकारी लैब में जांच नहीं हुई है और पुष्टि का इंतजार किया जा रहा है।

Last Updated- January 06, 2025 | 12:05 PM IST
HMPV
प्रतीकात्मक तस्वीर | फोटो क्रेडिट: Commons

HMPV Outbreak: भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) ने पुष्टि की कर्नाटक में HMPV के दो मामले सामने आए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने आज इसकी जानकारी दी। तीन महीने की एक बच्ची को बेंगलुरु के बैपटिस्ट अस्पताल में भर्ती कराने के बाद इसमें से एक मामले का पता चला पता चला था। मंत्रालय ने कहा कि उस बच्ची को पहले ही छुट्टी दे दी गई है और वह ठीक है।

जबकि HMPV का दूसरा मामला आठ महीने के एक बच्चे में सामने आया। उस बच्चे का इलाज भी बैपटिस्ट अस्पताल में चल रहा है। मंत्रालय ने बताया कि वह अब धीरे धीरे ठीक हो रहा है।

एक और सूत्र ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया, “यह मामला बेंगलुरु ग्रामीण जिले के हुनासनहल्ली से आया है। बच्चे को बेंगलुरु बैपटिस्ट अस्पताल में भर्ती कराया गया है।” उन्होंने बताया कि बच्चे को आज अस्पताल से छुट्टी दे दी जाएगी।

बता दें कि केंद्र ने पिछले सप्ताह घोषणा की थी कि वह चीन में सांस से जुड़ी बीमारियों में वृद्धि के बाद स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहा है। साथ ही कहा था कि इसमें घबराने की कोई बात नहीं है, क्योंकि यह वायरस भारत के लिए नया नहीं है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने भी शनिवार को इस मुद्दे पर एक संयुक्त निगरानी समूह की बैठक बुलाई थी।
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दिल्ली सरकार ने भी जारी थी की एडवाइजरी

दिल्ली के स्वास्थ्य अधिकारियों ने भी चीन में तेजी से फैलने वाले ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) से पैदा होने वाली संभावित स्वास्थ्य चुनौतियों से निपटने के लिए एक एडवाइजरी जारी की है। दिल्ली की डायरेक्टर जनरल ऑफ हेल्थ सर्विसेज डॉ. वंदना बग्गा ने रविवार को दिल्ली में इसको लेकर तैयारियों पर चर्चा करने के लिए मुख्य जिला चिकित्सा अधिकारियों और एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम (IDSP) के राज्य कार्यक्रम अधिकारी के साथ बैठक की।

इस बैठक में HMPV के साथ अन्य सांस संबंधी बीमारियों के बारे में चर्चा की गई। अस्पतालों को IHIP पोर्टल के माध्यम से इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी (ILI) और गंभीर तीव्र श्वसन संक्रमण (SARI) के मामलों की तुरंत रिपोर्ट करने के लिए कहा गया है। साथ ही किसी भी प्रकार के संदिग्ध मामलों के लिए सख्त आइसोलेशन प्रोटोकॉल और सबके लिए सावधानियां बरतने का निर्देश दिया गया। हालांकि, सरकार ने अपने बयान में कहा कि 2 जनवरी तक भारत में श्वसन संबंधी बीमारियों में कोई खास उछाल नहीं आया है।

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क्या है HMPV वायरस?

ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) एक श्वसन संक्रमण फैलाने वाला वायरस है। यह पैरामिक्सोवायरस परिवार का सदस्य है, जो सांस संबंधी बीमारियों का कारण बनता है। पहली बार इस वायरस की पहचान 2001 में नीदरलैंड में हुई थी, लेकिन इसे बाद में दुनिया भर में पाया गया। यह वायरस विशेष रूप से छोटे बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोगों को प्रभावित करता है। इसका मुख्य कारण ठंड का मौसम और भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में बढ़ती गतिविधियां मानी जा रही हैं।

HMPV के शुरुआती लक्षण बिल्कुल कोरोना महामारी जैसे ही हैं, जिसमें मरीज को सर्दी-जुकाम और सांस लेने में दिक्कत होती है। साथ ही मरीज को हल्के से मध्यम बुखार, खांसी, नाक बहना, छाती में जकड़न और थकान का एहसास होता है। इसके अलावा यह खांसने या छींकने पर संक्रमित व्यक्ति से निकले ड्रॉपलेट्स के जरिए, संक्रमित व्यक्ति के साथ हाथ मिलाने या किसी सतह को छूने के बाद और उन सतहों को छूने से जहां वायरस मौजूद हो, से फैल सकता है।

First Published - January 6, 2025 | 11:03 AM IST

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