दुनिया के दिगग्ज अरबपतियों में से एक जार्ज सोरोस ने कहा कि चालू वित्त संकट का सबसे बड़ा कारण वैश्विक स्तर पर चल रही मंदी है और हो सकता है कि आने वाले वर्ष में यह मंदी बाजार को कुछ और गिरा दें।
सोरोस ने कल न्यूयार्क में दिए गए एक साक्षात्कार में कहा कि जेपी मॉर्गन चेस द्वारा 17मार्च को बेयर स्टर्नस को खरीदने के साथ ही डॉलर और शेयर बाजार में थोड़ा उछाल आया था। सोरोस ने बताया कि हमारा आधार अच्छा था पर सबप्राइम संकट केकारण उसमें गिरावट दर्ज की गई है, लेकिन हालिया सुधार के संकेत मामूली हैं और छह हफ्ते से तीन महीने के भीतर फिर से मंदी का दौर बदस्तूर जारी रहने की आशंका है।
पिछले गर्मी के मौसम में जब सबप्राइम संकट ने बाजार को बुरी तरह बर्बादी के कगार पर ला खड़ा किया था, सोरोस ने 17 अरब डॉलर के क्वांटम एन्डाउमेंट फंड के कारोबार में पूरे मन से लग गए। उल्लेखनीय है कि इससे प्राप्त लाभ को वह धर्माथ कार्य में खर्च करते रहे हैं। साल 2000 से पहले सोरोस अपनी कंपनी से कु ल कारोबार वसूली 30 फीसदी के रुप में करते रहे हैं।
इसके अलावा उन्होने अपनी हाल में प्रकाशित पुस्तक ‘द न्यू पैराडिग्म टू फाइनैंशियल मार्केट्स’ में अमेरिकी मंदी का जिक्र किया है, कि क्यों अमेरिका आर्थिक मंदी के दौर से गुजर रहा है। उनके मुताबिक इस मंदी की पटकथा 1980 से ही तैयार हो रही थी।