सरकारी क्षेत्र की बैंक बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने आज MCLR (Marginal Cost of Funds-based Lending Rate) में 0.20 प्रतिशत यानी 20 बेसिस प्वाइंट बढ़ा दिया है। बैंक के फैसले के कारण होम लोन, कार लोन और पर्सनल लोन की ब्याज दर बढ़ने वाली है जिसके कारण आपको अधिक EMI चुकाना पड़ेगी।
सभी अवधि के MCLR बढ़े
बैंक के द्वारा सभी प्रकार के MCLR में वृद्दि की गई है। इस बढ़ोतरी से बैंक ऑफ महाराष्ट्र का MCLR 7.60 प्रतिशत से बढ़कर 7.80 पर पहुंच गया। ओवरनाइट से छह महीने की अवधि के लिए MCLR 7.50 से बढ़कर 7.70 प्रतिशत पर पहुंच गया। MCLR के नीचे कोई भी बैंक ग्राहको को लोन नहीं देता है। इसका अर्थ यह है कि बैंक ऑफ महाराष्ट्र से लोन लेने के लिए ग्राहकों को न्यूनतम एक साल के लोन पर 7.8 प्रतिशत ब्याज दर चुकाने होंगे। MCLR के आधार पर ही बैंक कार लोन, ऑटो लोन, होम लोन आदि के लिए ब्याज दर तय करती है।
RBI बढ़ा रहा है रीपो रेट
महंगाई पर नियंत्रण करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक रीपो रेट में लगातार बढ़ोतरी कर रहा है। भारतीय रिजर्व बैंक रीपो रेट पर ही बैंकों को लोन देती है। सितंबर में ही भारतीय रिजर्व बैंक ने रीपो रेट में 0.50 प्रतिशत की वृद्धि की थी जिसके बाद रीपो रेट 5.90 प्रतिशत पर पहुंच गया था। पिछले पाच महीनें में भारतीय रिजर्व बैंक लगभग 1.90 प्रतिशत तक रीपो रेट बढ़ा चुकी है। भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा रीपो रेट में बढ़ोतरी के कारण ही बैंक और लोन कंपनियां ब्याज दर बढ़ा रही है। हाल ही में HDFC Bank, SBI, LIC हाउसिंग फाइनेंस आदि ब्याज दर में वृद्धि कर चुके हैं।