Videocon Group – ICICI Bank लोन मामले में CBI ने स्पेशल कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी है। सीबीआई ने चंदा कोचर, उनके पति दीपक कोचर और वेणुगोपल धूत को लेकर चार्जशीट फाइल की है जिस में पूरे मामले को लेकर कई खुलासे किए गए हैं।
अब Videocon Group लोन केस में नई जानकारी सामने आई है। वीडियोकॉन ग्रुप को ICICI Bank की ओर से जारी किए गए 1,000 करोड़ रुपए के लोन अब नॉन-परफॉर्मिंग एसेट्स (NPA) हो गए हैं। इस तरह से देखा बडे़ को 1,000 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। बैंक की पूर्व CEO चंदा कोचर, उनके पति दीपक कोचर और वीडियोकॉन के वेणुगोपाल धूत के खिलाफ फाइल की गई चार्जशीट में CBI ने ये दावा किया है। इस मामले में तीनों आरोपी फिलहाल बेल पर बाहर हैं।
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चार्जशीट मे ये भी बचाया गया है कि चंदा कोचर एक 2-सदस्यीय कमेटी ऑफ डायरेक्टर्स की चेयरपर्सन थीं, जिसने अगस्त 2009 में वीडियोकॉन इंटरनेशनल इलेक्ट्रॉनिक्स को 300 करोड़ रुपए का RTL जारी करने की मंजूरी दी थी।
कोचर लोन जारी करने वाली कई कमेटियों की सदस्य
सीबीआई की चार्जशीट में ये भी कहा गया है कि चंदा कोचर सीनियर मैनेजर्स की एक कमेटी की सदस्य होने के साथ ही क्रेडिट कमेटी की भी सदस्य थी। इन दोनों कंमेटियों ने वीडियोकॉन इंट्स्ट्रीज को अक्टूबर 2011 में 750 करोड़ रुपए का लोन जारी किया था। 2012 के बाद भी चंदा कोचर ऐसी कई कमेटियों की सदस्य थी, जिसने वीडियोकॉन ग्रुप को कई तरह के लोन जारी किए थे।
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चार्जशीट में खुलासा किया गया है कि बैंक की ओर से वीडियोकॉन ग्रुप को जो क्रेडिट फैसिलिटी जारी की गई थीं, वो जून 2017 तक एनपीए बन चुकी है। जिसके बाद आईसीआईसीआई बैंक को 1033 करोड़ रुपए और इस पर मिलने वाले ब्याज का नुकसान हुआ है।