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एआईजी ने की सरकार से बचाने की गुहार

Last Updated- December 07, 2022 | 9:05 PM IST

संपत्ति के मामले में अमेरिका की सबसे बड़ी बीमा कंपनी अमेरिकन इंटरनेशनल ग्रुप (एआईजी) अपनी रेटिंग को दुरूस्त रखने की कवायद में पूंजी जुटाने और अपने यूनिटों की बिक्री की योजना बना रहा था।


इस बारे में न्यू यॉर्क टाइम्स ने बिना किसी का उल्लेख करते हुए बताया कि एआइजी ने फेडरल रिजर्व बैंक से 40 अरब डॉलर के ब्रिज लोन मांगा है। यह बात एआईजी ने जे.सी.फ्लावर ऐंड को. के उस प्रस्ताव को खारिज कर देने रखी है जिसमें खरीदारी की जाने वाली कंपनी यानी एआईजी की पूरी हिस्सेदारी को खरीदे जाने की बात थी।

इस बारे में सिटीग्रुप के विश्लेषक जोशुआ शैंकर ने बताया कि एआईजी को एक जबरदस्त तरलता वाले भयभीत करने वाले माहौल में फेडरल रिजर्व बैंक से कर्जा मिल सकता है। एआईजी के सीईओ रॉबर्ट विलमस्टैड ने बताया कि कंपनी के सामने तीन तिमाहियों में घाटों के 18.5 अरब डॉलर पर पहुंचने एवं शेयरों के दामों में 79 फीसदी की गिरावट होने के कारण पूंजी जुटाने का दवाब है।

लेकिन निवेशक इस बात से चिंतित हैं कि कंपनी अगले राइटडाउन (खातों में दर्ज वैसी पूंजियां जिनकी  उगाही की जानी है पर उगाही हो नही पाई है) से पार पाने के लिए ज्यादा पूंजी जुटा सकने में सफल साबित न हो सकें। मालूम हो कि पिछले हफ्ते न्यू यॉर्क एक्सचेंज में 12.14 डॉलर पर बंद होने के बाद से इनमें 27 फीसदी की गिरावट दर्ज हुई है।

इसके अलावा स्टैंडर्ड एंड पूअर्स की रिपोर्ट के मुताबिक इससे एआईजी की रेटिंग और कमजोर हो सकती है जिसका असर पूंजी जुटाने पर पड़ सकता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि रेटिंग में गिरावट होने का मतलब है डेट निवेशकों की ओर से कुल 13 अरब डॉलर के कोलैटरल कॉलों का आमंत्रण जिन्होने स्वैपों की खरीदारी छह अगस्त को कर रखी है और फाइलिंग के वक्त उन्होने ऐसी स्थिति उत्पन्न होने पर कॉल करने की बात कही थी।

जबकि एआईजी ने पहले से ही 31 जुलाई को कुल 16.5 अरब डॉलर कोलैटरल (संपत्ति के बदले कर्ज) के जरिए जुटाए हुए हैं। इसके अलावा रेटिंग कमजोर होने का दूसरा असर यह होगा कि कंपनी को 4.6 अरब डॉलर का भुगतान करना पड़े। हालांकि 12 सितंबर को शैंकर ने यह कहा कि हमें इस बात को लेकर जरा सा भी आश्चर्य नही होगा कि फेडरल बैंक अपने कर्ज की खिड़कियां एआईजी के लिए खोल दे।

यहां फेड बैंक यह दलील दे सकता है कि ऐसा आमजनों के हितों का ख्याल रखते हुए किया जा रहा है क्योंकि यह कई होम लोन की सुरक्षा में मददगार साबित होगा। फेड बैंक ने लीमन  के लिए गिरवी रखने के लिए लिए जाने वाले इंस्ट्रूमेंटों के दायरे में इजाफा किया है। एआईजी अपने खरीदार कंपनियों केकेआर एंड को. और जे.सी.फ्लावर के साथ बातचीत के दौर में था ताकि 20 अरब डॉलरों को जुटाया जा सके।

First Published - September 15, 2008 | 10:43 PM IST

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