हाल ही में लिस्ट हुए बजाज हाउसिंग फाइनेंस के शेयरों में सोमवार, 14 अक्टूबर 2024 को 6.06% की गिरावट देखी गई। शेयर की कीमत गिरकर 141.65 रुपये प्रति शेयर पर पहुंच गई। यह गिरावट कंपनी के 12.6 करोड़ शेयरों की लॉक-इन अवधि समाप्त होने के कारण आई। अगली लॉक-इन अवधि 12 दिसंबर 2024 को समाप्त होगी, जिससे अतिरिक्त 12.6 करोड़ शेयरों पर भी असर पड़ेगा।
IPO की लॉक-इन अवधि के दौरान शेयरधारक अपने शेयर नहीं बेच सकते, जिससे शेयर की कीमत स्थिर रहती है। लेकिन जैसे ही लॉक-इन अवधि समाप्त होती है, ज्यादा बिक्री होने से शेयर की कीमत में उतार-चढ़ाव की संभावना बढ़ जाती है।
बजाज हाउसिंग फाइनेंस का IPO: शानदार शुरुआत और निवेशकों का जोरदार रिस्पॉन्स
बजाज हाउसिंग फाइनेंस ने 16 सितंबर को शेयर बाजार में दमदार एंट्री की। इसके शेयर बीएसई और एनएसई पर 150 रुपये पर लिस्ट हुए, जो कि 70 रुपये की इश्यू प्राइस के मुकाबले 114.28% की बढ़ोतरी थी। कंपनी के 6,560 करोड़ रुपये के आईपीओ को निवेशकों से जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली। 72.75 करोड़ शेयरों के मुकाबले 462.83 करोड़ शेयरों की बोलियां लगीं, जिससे इसकी सब्सक्रिप्शन दर 63.61 गुना हो गई।
बजाज हाउसिंग फाइनेंस करती है व्यापक वित्तीय सेवाओं की पेशकश
यह कंपनी न केवल घर और कमर्शियल संपत्तियों की खरीद या मरम्मत के लिए लोन देती है, बल्कि पर्सनल और व्यापारिक जरूरतों के लिए प्रॉपर्टी पर लोन भी उपलब्ध कराती है। इसके अलावा, व्यापार विस्तार के लिए वर्किंग कैपिटल लोन और डेवलपर्स को निर्माण परियोजनाओं के लिए वित्तीय सहायता देती है। कंपनी लीज रेंटल डिस्काउंटिंग सेवाएं भी प्रदान करती है।
शेयर बाजार में मौजूदा स्थिति
बीएसई के अनुसार, बजाज हाउसिंग फाइनेंस का बाजार पूंजीकरण 1,18,634.45 करोड़ रुपये है। कंपनी के शेयर का 52 हफ्तों का उच्चतम मूल्य 151 रुपये और न्यूनतम मूल्य 141.65 रुपये है। सोमवार को 12:28 बजे तक, बजाज हाउसिंग फाइनेंस का शेयर 5.54% की गिरावट के साथ 142.45 रुपये पर कारोबार कर रहा था, जबकि बीएसई सेंसेक्स 0.72% की बढ़त के साथ 81,964.47 स्तर पर था।