हमने बुधवार की सुबह अपनी वेबसाइट की रिपोर्ट में इंट्राडे मुनाफावसूली की बात कही थी, यह आकलन पांच दिनों के रिलेटिव स्ट्रेंग्थ इंडेक्स (आरएसआई)के आधार पर था जो 80 पार कर गया जब निफ्टी शुरुआती कारोबार में 4950 के स्तर पर कारोबार कर रहा था।
टेक्निकली आरएसआई 80 से ऊपर होने का मतलब है कि खरीदारी जरूरत से ज्यादा हो चुकी है और मुनाफावसूली तय है। इत्तेफाक से निफ्टी भी 4955 के स्तर पर यानी अपने 50 दिनों के मूविंग ऐवरेज के करीब था लिहाजा यह भी रेसिस्टेंस का काम कर रहा था। निफ्टी अप्रैल वायदा में प्रीमियम बढ़ने से भी मंदड़ियों ने निफ्टी को सप्लाई बढ़ाकर निफ्टी को नीचे खींचा है, जिसके बाद निफ्टी अप्रैल वायदा का प्रीमियम शुरुआती कारोबार में ही खत्म हो गया और यह दिन में ज्यादातर समय डिस्काउंट पर कारोबार करता रहा।
लेकिन शाम को कारोबार खत्म होने के समय ये वापस केवल एक अंक के प्रीमियम पर आ गया जबकि ओपन इंटरेस्ट 12 फीसदी यानी 31.76 लाख शेयरों से बढ़ गया, जिससे साफ था कि तेजड़िए 4900 के स्तर के नीचे लंबे समय की खरीदारी कर रहे हैं। निफ्टी मई वायदा का ओपन इंटरेस्ट भी 44 फीसदी बढ़ गया और यह अप्रैल के मुकाबले प्रीमियम पर कारोबार कर रहा है, जिससे लगता है कि कारोबारी अपनी लांग पोजीशन रोलओवर कर रहे हैं।
हालांकि निफ्टी स्पॉट और वायदा दोनों ही अपने 4900 के सपोर्ट स्तर से नीचे बंद हुए हैं। मंदड़ियों ने लगता है कि अपनी शार्ट पोजीशन निपटा दी हैं क्योकि ट्रेड क्लोजआउट के बाद ओपन इंटरेस्ट में 10 फीसदी की गिरावट देखी गई है। ऑप्शन कारोबार को देखकर लगता है कि मंदड़िए 5000 का स्तर छोड़ना नहीं चाहते।