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दांव लगाइए इन्फ्रास्ट्रक्चर पर

Last Updated- December 07, 2022 | 12:04 PM IST

टाटा इन्फ्रास्ट्रक्चर


सही है कि इस फंड की शानदार सफलता इसकी निवेश तकनीक पर काफी हद तक निर्भर करती है पर अगर हम इसके लिए फंड मैनेजर को श्रेय नहीं दें तो शायद यह गलत होगा।

अपनी ही तरह के दूसरे फंडों की तुलना में न केवल इस फंड ने बेहतर रिटर्न दिए हैं बल्कि ऐसे समय में रिटर्न बढ़िया रहा है जब बाजार उथल पुथल की स्थिति में था। इस फंड के बेहतर प्रदर्शन की एक बड़ी वजह रही है कि इसने चुनकर बड़ी चतुराई के साथ अच्छे क्षेत्रों में निवेश किया है। इसे हम इस उदाहरण के जरिए समझ सकते हैं।

मई 2006 में बाजार में भारी गिरावट दर्ज की गई थी और इससे पहले ही हालात को समझते हुए इस फंड ने वित्तीय क्षेत्र में अपने निवेश को कम कर दिया था। यह कदम काफी समझदारी वाला रहा था क्योंकि जब बाजार गिरे थे तो सबसे अधिक नुकसान वित्तीय क्षेत्रों को ही उठाना पड़ा था। उसके बाद टाटा इन्फ्रास्ट्रक्चर फंड ने एक बार फिर फरवरी 2007 में वित्तीय क्षेत्र में कदम रखा। यह एक ऐसा समय था जब इस क्षेत्र की स्थिति बेहतर थी और इसमें विकास की संभावनाएं थी। इस बार भी फंड की टाइमिंग बहुत सही रही थी। इसी साल अप्रैल से जून की तिमाही में वित्तीय क्षेत्र ने शानदार रिटर्न दिए।

वहीं वर्ष 2006 में बड़ी चतुराई से फंड ने इंजीनियरिंग और निर्माण क्षेत्र में हो रही जोरदार वापसी का लाभ उठाने के लिए इन क्षेत्रों में अपना निवेश बढ़ाया। इस बार भी इन क्षेत्रों का प्रदर्शन उम्मीद के ही मुताबिक रहा और इन्होंने 2006 में 42 फीसदी का रिटर्न दिया। अगले साल फंड ने धातु, वित्तीय क्षेत्र और ऊर्जा क्षेत्रों में निवेश बढ़ाया। फिलहाल इस फंड ने निर्माण क्षेत्र में निवेश में भारी कटौती की है और यह कुल निवेश का महज सात फीसदी है। कैश होल्डिंग में बढ़ोतरी हो रही है और यह वर्तमान में 27.17 फीसदी है। इस फंड के पोर्टफालियो को डाइवर्सिफाइड की संज्ञा दी जा सकती है।

डीएसपीएमएल टाइगर

यह फंड उन क्षेत्रों पर फोकस करता है जिनमें आर्थिक सुधार और बुनियादी विकास के जरिए तेजी से बढ़ने की संभावना है। इस फंड के जरिए उन क्षेत्रों में निवेश के अवसर बढ़ जाते हैं जिनमें कोर इन्फ्रास्ट्रक्चर फंड्स निवेश के अवसर प्रदान नहीं करते। ऐसे क्षेत्रों में एफएमसीजी, टेक्सटाइल्स, मीडिया और मनोरंजन और टिकाऊ उपभोक्ता शामिल हैं। इस फंड के पोर्टफोलियो में हेल्थकेयर भी शामिल है।

इस फंड की शुरुआत मई 2004 में की गई थी और तब से लेकर अब तक इस फंड ने 171 कंपनियों के शेयरों में निवेश किया है। इनमें से भी 51 कंपनियों के शेयरों में तो पिछले छह महीनों के दौरान निवेश किया गया है। रिलायंस इंडस्ट्रीज, आईसीआईसीआई बैंक, लार्सन ऐंड टुब्रो और बीएचईएल इस फंड के कुछ पुराने पसंददीदा शेयरों में हैं।

लार्जकैप फंडों में 60 शेयरों में निवेश का विकल्प है जो कि काफी अधिक है। पर सितंबर 2007 में इस श्रेणी में 72 शेयरों में निवेश के विकल्प थे जो अब कुछ कम हुआ है। निवेश का विस्तृत विकल्प और अत्यधिक डाइवर्सिफिकेशन के कारण पिछले साल इस फंड के एसेट बेस में 254 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।

आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल इन्फ्रास्ट्रक्चर

अपनी श्रेणी के सभी दूसरे फंडों में आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल इंन्फ्रास्ट्रक्चर ने सबको पीछे छोड़ दिया है। दूसरी डाइवर्सिफाइड इक्विटी फंडों के मुकाबले भी इसका प्रदर्शन बेहतर रहा है। पिछले साल इस फंड ने शानदार 93 फीसदी का रिटर्न दिया था। इस साल इस फंड में महज 22 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई जबकि, दूसरे इन्फ्रास्ट्रक्चर फंडों में औसतन 29 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई थी। जबकि 8 जनवरी 2008 से 28 मार्च 2008 के बीच डाइवर्सिफाइड इक्विटी फंडों में 27 फीसदी की गिरावट देखने को मिली थी।

वर्ष 2006 में शानदार नतीजे देने के बाद इसने मई 2007 में अपने कंपोजिशन में बदलाव किया था। फंड ने इंजीनियरिंग क्षेत्र में अपने निवेश को कम कर 5.16 फीसदी कर दिया। अप्रैल 2007 में इस क्षेत्र में निवेश 11 फीसदी का था। लार्जकैप निवेश भी मई 2007 के 52 फीसदी से बढ़कर मई 2008 में 78 फीसदी पर पहुंच गया।

साथ ही साथ डेट आवंटन भी अप्रैल के 1.10 फीसदी से बढ़कर मई 2007 में 13 फीसदी पर पहुंच गया। इस फंड ने दिखा दिया है कि हालात कैसे भी हों यह भेड़चाल में विश्वास नहीं रखती और बेहतर निवेश के लिए प्रतिबद्ध है। वर्ष 2007 में जहां दूसरे इन्फ्रास्ट्रक्चर फंडों का इंजीनियरिंग क्षेत्र में निवेश 19 फीसदी के करीब था वहीं इस फंड ने इंजीनियरिंग क्षेत्र में महज छह फीसदी का निवेश किया था। इस फंड के पोर्टफोलियो को भी डाइवर्सिफाइड की संज्ञा दी जा सकती है जो करीब 42 शेयरों में निवेश करता है।

यूटीआई इन्फ्रास्ट्रक्चर

इस फंड को वर्ष 2004 में लॉन्च किया गया था। इस फंड को थीम आधारित फंड कहा जा सकता है। इसने लगातार जो शानदार प्रदर्शन किया है उस लिहाज से थीम आधारित फंडों के फायदे गिनाए जा सकते हैं। वर्ष 2006 में इस फंड ने सभी डाइवर्सिफाइड इक्विटी फंडों और इन्फ्रास्ट्रक्चर फंडों को पीछे छोड़ते हुए 61.48 फीसदी का रिटर्न दिया।

हालांकि, पिछले साल इसका रिटर्न इससे भी बेहतर 72 फीसदी का था फिर भी यह सर्वश्रेष्ठ रिटर्न देने वाले फंडों की सूची में कहीं नहीं था। मार्च 2007 में इस फंड का झुकाव लार्जकैप की ओर होने लगा। पिछले एक साल के दौरान इस फंड ने अपने कुल निवेश का लगभग 61 फीसदी लार्जकैप में ही निवेश किया है।

पिछले छह महीनों के दौरान इस फंड ने अपने निवेश को 41 कंपनियों के शेयरों से बढ़ाते हुए 49 कर दिया है। साथ ही साथ फंड का कैश आवंटन भी 2.49 फीसदी से बढ़ते हुए 18 फीसदी तक पहुंच गया है। दूसरे इन्फ्रास्ट्रक्चर फंडों की तरह यह फंड बैंकिंग क्षेत्र में निवेश में दिलचस्पी नहीं रखता है और अगर वित्तीय क्षेत्र में निवेश की बात करें तो यह फंड महज आईडीएफसी में ही निवेश करता है। यह एक हार्डकोर इन्फ्रास्ट्रक्चर फंड है जो मुख्य रूप से ऊर्जा, इंजीनियरिंग, निर्माण, धातु और दूरसंचार पर ही फोकस करता है।

First Published - July 20, 2008 | 10:52 PM IST

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