इक्विटी म्यूचुअल फंड में अप्रैल में पूंजी प्रवाह मासिक आधार पर 16 प्रतिशत घटकर 18,917 करोड़ रुपये रहा। मुख्य रूप से बड़ी कंपनियों के शेयरों से जुड़े कोष (लार्ज कैप फंड) में निवेश प्रवाह कम होने से इक्विटी म्यूचुअल फंड में निवेश घटा है।
एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) के गुरुवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, यह लगातार 38वां महीना है जब इक्विटी कोष में शुद्ध प्रवाह हुआ है। मासिक आधार पर होने वाली निवेश योजना (एसआईपी) के तहत योगदान 20,000 करोड़ रुपये को पार कर गया और अप्रैल में अब तक के सबसे उच्चतम स्तर 20,371 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इससे पिछले महीने मार्च में यह 19,271 करोड़ रुपये था।
आंकड़ों के अनुसार, कुल मिलाकर समीक्षाधीन महीने में म्यूचुअल फंड उद्योग में 2.4 लाख करोड़ रुपये का प्रवाह हुआ है। जबकि इससे पिछले महीने मार्च में 1.6 लाख करोड़ रुपये की निकासी हुई थी। यह भारी निवेश बॉन्ड और ऋण प्रतिभूतियों में 1.9 लाख करोड़ रुपये के निवेश के कारण हुआ।
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आंकड़ों के अनुसार, इक्विटी से जुड़ी योजनाओं में अप्रैल में 18,917 करोड़ रुपये का प्रवाह हुआ। यह मार्च में 22,633 करोड़ रुपये और फरवरी में 26,866 करोड़ रुपये से काफी कम है। इक्विटी से जुड़ी बचत योजना (ईएलएसएस) को छोड़कर इक्विटी खंड की सभी श्रेणियों में निवेश प्रवाह हुआ। ईएलएसएस में 144 करोड़ रुपये निकासी हुई थी।
इसके अलावा समीक्षाधीन महीने में लार्ज-कैप फंड में प्रवाह तेजी से घटकर 357 करोड़ रुपये रहा। मार्च में यह 2,128 करोड़ रुपये था। इस प्रवाह के साथ म्यूचुअल फंड उद्योग में प्रबंधन अधीन शुद्ध परिसंपत्तियां अप्रैल में बढ़कर 57.26 लाख करोड़ रुपये हो गईं, जो मार्च के अंत में 53.54 लाख करोड़ रुपये थीं।