Stock Market Today: भारतीय शेयर बाजार में पिछले दो दिन से जारी तेजी पर गुरुवार को ब्रेक लग गयी। उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में शेयर बाजार अंतिम क्षणों में गिरावट लेकर बंद हुआ। सेंसेक्स जहां 5.43 अंक गिरकर 66,017 पर बंद हुआ, वहीं निफ्टी 10 अंक की गिरावट लेकर 19,802 पर आ गया।
बता दें कि किसी भी तरह की गतिविधियों के अभाव के बीच गुरुवार को बाजार में बहुत ज्यादा उतार-चढाव देख गया और इक्विटी बेंचमार्क सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी लगभग सपाट बंद हुए।
सेंसेक्स
तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 5.43 अंक या 0.01 प्रतिशत गिरकर 66,017.81 पर बंद हुआ। दिन के दौरान, यह 66,235.24 के उच्चतम और 65,980.50 के निचले स्तर पर पहुंच गया।
निफ्टी-50
इसी तरह निफ्टी-50 भी 9.85 अंक या 0.05 प्रतिशत की मामूली गिरावट लेकर 19,802 अंक पर बंद हुआ। निफ्टी की 50 कंपनियों में से 25 के शेयर हरे जबकि शेष 25 के शेयर लाल निशान में बंद हुए।
Top Losers
सेंसेक्स की कंपनियों में अल्ट्रा टेक के शेयर में सबसे ज्यादा 1.75 प्रतिशत की गिरावट आई। साथ ही लार्सन एंड टुब्रो, बजाज फाइनेंस, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, एनटीपीसी, इंफोसिस, टाइटन और एशियन पेंट्स के शेयर गिरावट में बंद हुए।
Top Gainers
दूसरी तरफ, इंडसइंड बैंक, जेएसडब्ल्यू स्टील, भारती एयरटेल, विप्रो, एचडीएफसी बैंक और टाटा स्टील के शेयर पॉजिटिव नोट के साथ बंद हुए।
FIIs
स्टॉक एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी निवेशकों की बिकवाली का सिलसिला जारी है। विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने बुधवार को 306.56 करोड़ रुपये की इक्विटी बेची।
इससे पहले बुधवार को बीएसई बेंचमार्क 92.47 अंक या 0.14 प्रतिशत चढ़कर 66,023.24 पर बंद हुआ। निफ्टी 28.45 अंक या 0.14 प्रतिशत बढ़कर 19,811.85 पर बंद हुआ था।
डॉलर के मुकाबले रुपया 0.03 प्रतिशत फिसला
स्थानीय कॉरपोरेट्स और बड़े विदेशी बैंकों की ओर से डॉलर की मांग के कारण भारतीय रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले गुरुवार को 0.03 प्रतिशत कमजोर हुआ और 83.35 प्रति डॉलर पर आ गया।
सिप्ला का शेयर लुढ़का
सिप्ला का शेयर (Cipla Share) निफ्टी में टॉप लूजर रहा। अमेरिकी दवा रेगुलेटर की तरफ से एक प्लांट में मेन्युफेक्चरिंग संबंधी नियमों के उल्लंघनों को लेकर चेतावनी पत्र प्रकाशित करने के बाद सिप्ला का शेयर एक दिन में लगभग 8 लुढ़क गया।
IT स्टॉक्स में 0.59 प्रतिशत की गिरावट
आईटी शेयरों (IT Stocks) में 0.59 प्रतिशत की गिरावट आई। नवंबर के मध्य से उनमें 6.30 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी जब अमेरिका के नरम मुद्रास्फीति डेटा ने यह अनुमान लगाया था कि फेडरल रिजर्व ब्याज दरों में अब और वृद्धि नहीं करेगा।